इसी बीच भाजपा खेमे से कई युवक हाथों में पत्थर लेकर आ गए और देखते पत्थरबाज़ी शुरु हो गई। आसपास के घरों से भी पत्थर बरसाए जाने लगे। इससे सपा खेमे में भगदड़ मच गई। खुद पुलिस भी पत्थर के हमले से बचने की जद्दोजहद करती दिखी। जवाब में सपा खेमे से भी पत्थर बरसने लगे। जानकरी पर पहले एसडीएम सदर अपूर्वा यादव और फिर एडीएम गजेंद्र कुमार पहुंचे। उन्हें देखकर पहले तो दोनों पक्ष किनारे हुए, लेकिन फिर भिड़ंत की नौबत आ गई। बैंक और आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
कई थानों की पुलिस पहुंची, छावनी बना बैंक
नामांकन के दौरान हुए हंगामा और पत्थरबाजी के दौरान मची भगदड़ के बाद प्रशासन हरकत में आया। एएसपी विनोद कुमार भी दलबल के साथ पहुंचे। आसपास के थानों से भी पुलिस फोर्स बुला लिया गया। पुलिस फोर्स को देखने के बाद दोनों खेमे शांत हुए। पुलिस ने बैंक के बाहर सुरक्षा बढ़ा कर गश्त शुरू किया। सपा समर्थकों को मौके से हटाया। दूसरी तरफ खड़े भाजपा समर्थकों ने सपा समर्थकों पर विवाद शुरू करने का आरोप लगाते हुए प्रशासन पर लापरवाही और पक्षपात करने का आरोप लगाया। अफसरों ने उन्हें किसी तरह समझा कर शांत किया