गाजियाबाद : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया है कि हत्यारोपितों की पहचान लोनी बार्डर निवासी आशीष और करावल नगर में रहने वाले सोहन पाल के रूप में हुई है।
पुलिस ने दो हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से चालक का मोबाइल, पिस्टल और कारतूस बरामद हुआ है। दो अन्य हत्यारोपित फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
पूछताछ में पता चला है कि इन दोनों ने रंजीत और अंशुल के साथ मिलकर कैब लूटने की योजना बनाई थी। 11 सितंबर की मध्य रात्रि में धौलाकुंआ से आनंद विहार के लिए दो सौ रुपये में कैब बुक की थी।
रास्ते में लघुशंका के बहाने कैब रुकवाई। चालक सिकंदर पासवान को पीछे खींच लिया। कैब को अपने कब्जे में ले लिया। सिकंदर ने विरोध किया, तो उनकी जमकर पिटाई कर दी। सिर पर वार कर दिया।
उसे कैब में डालकर गाजियाबाद की ओर भागे। 12 सितंबर की सुबह मोहन नगर चौराहा के पास पुलिस की चेकिंग चल रही थी। इस दौरान उनको लगा कि सिकंदर की मौत हो गई है। पकड़े जाने के भय से शव सहित कैब मोहन नगर चौराहा पर खड़ी कर फरार हो गए।
पुलिस अधीक्षक नगर अभिषेक वर्मा ने बताया है कि मामले की जांच शुरू की गई। सीसीटीवी फुटेज व मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। जांच के दौरान एक ऑटो रडार पर आया। जांच-पड़ताल की गई, तो पता चला कि 12 सितंबर की सुबह मोहन नगर चौराहा से ऑटो करावल नगर तक गया है।
बृहस्पतिवार रात में हत्यारोपित आशीष और सोहन पाल को नागद्वार करहैड़ा के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से सिकंदर का मोबाइल बरामद हुआ है। पिस्टल और कारतूस भी मिला है। रंजीत व अंशुल की तलाश की जा रही है।