नोएडा: मोरना निवासी प्राधिकरण के सफाई कर्मचारी अनिल कुमार ने बीती देर रात कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बृहस्पतिवार सुबह से मामले की जानकारी होने पर अन्य सफाई कर्मचारियों और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने मृतक के घर और मोर्चरी से लेकर प्राधिकरण दफ्तर तक हंगामे का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से सफल नहीं हो सके।
1.10 लाख रुपये का मुआवजा और दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी के आश्वासन पर परिजन माने। इसके बाद पुलिस अभिरक्षा में शव को पैतृक गांव भिजवाया गया।
अनिल मेसर्स चेन्नई एमएसडब्ल्यू के कर्मचारी के रूप में काम कर रहा था और मोरना में अकेले रहता था। उसी मकान के प्रथम तल पर उसकी सास व साले रहते हैं। अनिल की पत्नी और 6 बच्चे सरधना में ही रहते हैं। अनिल 4 सितंबर से काम पर नहीं जा रहा था।
एसपी रजनीश वर्मा ने बताया कि मृतक के परिजनों को कंपनी ने 1.10 लाख रुपये का मुआवजा और दो लोगों को संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों ने प्राधिकरण पर नौकरी से निकालने का आरोप लगाया है। लेकिन, प्राधिकरण की तरफ से जो सूची दी गई है, उसमें अनिल का नाम नहीं था। पुलिस खुदकुशी के कारण का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर सफाई कर्मियों की हड़ताल जारी रही। बृहस्पतिवार को भी सफाई कर्मी भूख हड़ताल पर बैठे रहे। हालांकि, प्राधिकरण का दावा है कि 90 प्रतिशत कर्मचारी काम पर लौट आए हैं। ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह ने बताया कि कुछ कर्मचारी काम पर नहीं लौटे हैं। उनको समझाने का प्रयास किया जा रहा है।