विकास दुबे के गांव बिकरू व भीटी में राशन दुकानें अब महिलाएं चलाएगी। गांवों में महिला समूहों को राशन की दुकानें आवंटित की जाएगी। इसकी पहल विकास दुबे के दबदबे वाली एक दर्जन में से दो दुकानों से की जाएगी। डीएसओ ने सीडीओ से महिला समूहों के नाम मांगे हैं। 17 अगस्त को ग्राम पंचायत की खुली बैठक में राशन की दुकानों पर फैसला होगा।
लगातार स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को पैरों पर खड़ा करने की पहल शासन की ओर से की जा रही है। ऐसे में अब खाली हो चुकी राशन दुकानों पर पहली प्राथमिकता समूह की महिलाओं को दी जाएगी। विकास दुबे के करीबियों की भीटी व कंजती की दुकानें निरस्त कर दी गई है। उन पर जल्द ही फैसला होना है।
डीएसओ अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों दुकानों को जल्द आवंटित करना है। ब्लॉकों में खाली हुई दुकानों में पहली प्राथमिकता समूहों को देनी है। डीसी एनआरएलएम और सीडीओ से समूहों की सूची मांगी गई है। जिससे बैठक में उनको शामिल किया जा सके।
सम्पत्तियों की रजिस्ट्री कराने में जय ने की स्टाम्प की चोरी
-कुख्यात विकास दुबे के गुर्गे जय बाजपेई पर स्टाम्प चोरी का आरोप लगाते हुए एडवोकेट सौरभ भदौरिया ने एडीएम फाइनेंस को प्रार्थना पत्र दिया है। प्रार्थना पत्र के माध्यम से 16 सम्पत्तियों का ब्योरा दिया गया है जिसमें आरोप है कि उनकी रजिस्ट्री कराते वक्त जय बाजपेई ने कम मूल्य दिखाते हुए रजिस्ट्री कराई है। इसमें उसके भाई ने भी उसका साथ दिया है।
सौरभ भदौरिया के अनुसार ब्रह्मनगर, पनकी, बिठूर, चौबेपुर, नहरू नगर, कल्याणपुर, काकादेव, शास्त्री नगर और स्वरूप नगर में 16 सम्पत्तियां बनाई हैं। सौरभ भदौरिया के अनुसार इन सभी सम्पत्तियों का मूल्य बाजार मूल्य से बहुत कम दिखाते हुए रजिस्ट्री कराई। जिसमें लाखों रुपयों की स्टाम्प चोरी की गई। जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ। एडवोकेट ने बताया कि इससे पहले भी उसने जय बाजपेई के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया था मगर कही पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एडीएम फाइनेंस वीरेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि जो प्रार्थना पत्र दिया गया है उसमें सम्पत्तियों की जांच कराकर रजिस्ट्री दिखवाई जाएगी। उसमें कुछ हेरफेर मिलता है तो उसकी रजिस्ट्री निरस्त कराई जाएगी।