बदायूं : आसफपुर पावर कॉरपोरेशन की फर्जी विजिलेंस टीम को ग्रामीणों ने बृहस्पतिवार को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। इनमें तीन पुरुष और एक महिला शामिल थी। हालांकि, बाद में पता लगा कि वसूली करने वाले पावर कॉरपोरेशन की विजिलेंस से नहीं बल्कि एक ठेकेदार के कारिंदे हैं।
थाना फैजगंज बेहटा के गांवों में पिछले कुछ दिनों से एक चार पहिया गाड़ी में तीन पुरुष और एक महिला पहुंच रहे हैं। गांव में बिजली चेकिंग के साथ बकाया होने पर ग्रामीणों को हड़काने के साथ कनेक्शन काटने की धमकी देकर वसूली कर रहे थे।
बृहस्पतिवार को यह लोग गांव सीकरी पहुंचे। यहां भी खुद को विजिलेंस टीम का बताते हुए ग्रामीणों से वसूली चालू कर दी। कुछ ग्रामीणों ने इस बारे में पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों को कॉल करके जानकारी ली तो पता लगा कि इस तरह की कोई टीम गांवों में नहीं जा रही है।
इसके बाद ग्रामीणों ने फर्जी टीम में शामिल लोगों से पहचान पत्र आदि दिखाने को कहा, वह नहीं दिखा सके। ग्रामीणों ने चारों को पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। बताते हैं कि बुधवार को इस टीम ने कस्बे में कई लोगों से वसूली की थी। कस्बे के राम बहादुर से एक हजार, नाजिम खां से पांच सौ और फुरकान के सेलर से एक हजार रुपये वसूले थे।
इंस्पेक्टर फैजगंज बेहटा अमृतलाल ने बताया कि जिन लोगों को ग्रामीणों ने पकड़ा था वह पावर कॉरपोरेशन के एक ठेकेदार के कर्मचारी थे। वसूली की बात गलत है। पूछताछ और पड़ताल के बाद चारों लोगों को छोड़ दिया गया है।