दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को भारी हंगामा देखने को मिला। आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों को विधानसभा परिसर में घुसने नहीं दिया गया, जिससे नाराज होकर पूर्व सीएम आतिशी और अन्य आप विधायकों ने धरना दिया। आतिशी ने भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष की आवाज दबाने के लिए सत्ताधारी दल ने तानाशाही रवैया अपना लिया है।
CAG रिपोर्ट पर गरमाई सियासत
दिल्ली विधानसभा सत्र में आज नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पर चर्चा होनी थी। इस रिपोर्ट में दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। भाजपा ने इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी को घेरते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार को 2000 करोड़ रुपये के नुकसान का जवाब देना होगा।
आप विधायकों की एंट्री पर रोक, आतिशी धरने पर बैठीं
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता और AAP नेता आतिशी ने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ विधानसभा परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। आज सदन में AAP विधायकों को एंट्री नहीं दी गई, जिस पर आतिशी ने कहा, “यह पहली बार हो रहा है कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों को विधानसभा परिसर में जाने से रोका जा रहा है। यह असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक है।” आप विधायकों ने विधानसभा परिसर के बाहर धरना दिया और भाजपा पर तानाशाही के आरोप लगाए।
#WATCH | दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता और AAP नेता आतिशी ने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ विधानसभा परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/NN20Qw2EbU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 27, 2025
भाजपा का पलटवार, कांग्रेस ने जांच की मांग की
भाजपा नेता सतीश उपाध्याय ने कहा कि CAG रिपोर्ट से आम आदमी पार्टी का असली चेहरा उजागर हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आबकारी नीति के नाम पर दिल्ली की जनता के पैसे को आप सरकार ने अपने करीबियों को बांट दिया।
वहीं, कांग्रेस ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि “CAG रिपोर्ट से साफ है कि दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। भाजपा और AAP की आपसी लड़ाई के कारण जनता का नुकसान हो रहा है।”
सदन में अन्य मुद्दों पर भी उठा हंगामा
मुस्तफाबाद और आरके पुरम के विधायकों ने सीवर और जल आपूर्ति की खराब स्थिति का मुद्दा उठाया। CCCTV कैमरों की गड़बड़ी, विश्वास नगर के विधायक ने बताया कि 4000 कैमरों का भुगतान हो चुका है, लेकिन अब तक लगाए नहीं गए। नजफगढ़ का नाम बदलने की मांग: विधायक नीलम पहलवान ने नजफगढ़ का नाम ‘नाहर सिंह गढ़’ करने की मांग की।