काशी में देव दीपावली के बाद सफाई व्यवस्था को डिजिटल तकनीक से और भी प्रभावी बनाने के लिए नगर निगम प्रशासन ने एक नई पहल शुरू की है। गंगा घाट किनारे के नौ प्रमुख वार्डों में सफाई व्यवस्था की ऑनलाइन निगरानी का ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है, और अब इस प्रणाली को पूर्ण रूप से लागू किया जा रहा है।
इस योजना के तहत, शहर के गंगा किनारे के वार्डों में सफाई के लिए 274 बीट बनाए गए हैं, जहां पर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लगाए गए कैमरों की मदद से सफाई पर नजर रखी जाएगी। राजघाट, प्रह्लाद घाट, कालभैरव, दशाश्वमेध, बंगाली टोला, बागाहाड़ा, शिवाला और नगवां जैसे क्षेत्रों में यह सिस्टम लागू किया जाएगा।
सफाई में तकनीकी सुधार
सफाई कार्य में स्मार्ट तकनीक का प्रयोग करते हुए सफाई कर्मियों की शिफ्टवार तैनाती की गई है। स्थानीय निवासियों का मोबाइल नंबर दर्ज कर फीडबैक भी लिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, खाली प्लॉटों पर कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम प्रशासन का कहना है कि देव दीपावली के बाद सफाई व्यवस्था की यह प्रणाली न केवल घाटों पर बल्कि बाद में पूरे शहर के 100 वार्डों में लागू की जाएगी। इसका उद्देश्य शहर को साफ-सुथरा बनाना और नागरिकों के लिए स्वच्छ वातावरण तैयार करना है।
इस नई पहल से काशी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और सफाई व्यवस्था को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकेगा।