लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है और पूरे राज्य में तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। ठंड के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने शीतलहर से बचाव के लिए 20 करोड़ रुपये जारी किए हैं। यह राशि कंबल और अलाव की व्यवस्था के लिए प्रदेश के जिलों में वितरित की गई है, जिससे निराश्रित, असहाय और कमजोर वर्गों के लोगों को ठंड से राहत मिल सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ठंड से निपटने के लिए जिलाधिकारियों और मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्रों में गरीब और बेसहारा लोगों की पहचान करें और उन्हें कंबल तथा अलाव की सुविधा मुहैया कराएं। 351 तहसीलों को कंबल वितरण के लिए पहली किस्त के रूप में 17.55 करोड़ रुपये और अलाव की व्यवस्था हेतु 1.75 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
शीतलहर और कोहरे की चेतावनी
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में घने कोहरे की चेतावनी दी है। आगरा, मथुरा, मेरठ, बरेली, लखनऊ, कानपुर, अयोध्या और बनारस जैसे शहरों में कोहरे का असर बढ़ सकता है। ठंड और कोहरे की इस स्थिति को देखते हुए लोगों को सुबह की सैर से बचने की सलाह दी गई है।
रैन बसेरों में होगी व्यवस्थापक की जानकारी
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि सभी रैन बसेरों में व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर स्पष्ट रूप से अंकित किया जाए, ताकि जरूरतमंद लोगों को समय पर सहायता मिल सके। जिलों में नगर निगम, नगर पालिका, और पंचायत स्तर पर सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
सरकार ने रैन बसेरों और शेल्टर होम्स की स्थापना के आदेश दिए हैं, जिससे बेसहारा और गरीब लोगों को ठंड से राहत मिल सके। इसके अतिरिक्त, शीतलहर प्रभावित क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा के लिए सफेद थर्मोप्लास्टिक पेंट और रिफ्लेक्टर्स लगाने का काम भी तेजी से करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
योगी सरकार का यह कदम राज्य के असहाय वर्गों को राहत पहुंचाने और ठंड से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।