उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार यूपी में फिल्म सिटी बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसको लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार से हाल ही में मुलाकात की है।
आप को बता दे कि उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में यमुना एक्सप्रेसवे के पास फिल्म सिटी बनाने के लिए एक हजार एकड़ जमीन भी तय की जा चुकी है। हालांकि फिल्म सिटी निर्माण के फैसले पर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने सीएम योगी पर निशाना साधा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि सीएम योगी का यह फैसला नाकाम होगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है, ‘किसी को अपने राज्य से जबरन कारोबार ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। फिल्म सिटी का सीएम योगी का फैसला नाकाम होगा। अगर कोई प्रगति करता है हम ईर्ष्या नहीं करते हैं। अगर कोई प्रतिस्पर्धा करता है तो हमें किसी की प्रगति के साथ कोई समस्या नहीं है लेकिन अगर जबरन कुछ भी लेने जा रहे हैं, तो निश्चित रूप से मैं ऐसा नहीं होने दूंगा।’
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी फिल्म सिटी के मुद्दे पर कहा है कि सीएम योगी उत्तर प्रदेश में बॉलीवुड जैसी फिल्म सिटी बनाने का विचार कर रहे हैं। ये अच्छी बात है। हालांकि इस बात को समझ लें कि इससे सौ साल से मुंबई को मिला बॉलीवुड का दर्जा खत्म हो जाएगा। लोग पूरी तरह से दूसरे राज्यों में चले जाएंगे। नवाब मलिक का कहना है कि बॉलीवुड के दर्जे को कोई खत्म नहीं कर सकता है।
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा, ‘बॉलीवुड को कोई कहीं नहीं ले जा सकता और ना ही यह किसी सरकार या राजनीतिक पार्टी के संरक्षण की मोहताज है। सिनेमा के दीवानों ने अपनी मेहनत से इस विराट दुनिया को बसाया है और यह इंटरनल प्रक्रिया सौ वर्षों से जारी है। नेता लोग इसे शिफ्ट करने या बचाने के मुगालते में ना रहें।’
वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत का कहना है, ‘मुंबई से फिल्म सिटी को दूसरी जगह शिफ्ट करना आसान नहीं है। दक्षिण भारत में फिल्म उद्योग भी बड़ा है, पश्चिम बंगाल और पंजाब में भी फिल्म सिटी है। क्या योगी जी इन स्थानों पर भी जाएंगे और वहां के निर्देशकों/कलाकारों से बात करेंगे या वह केवल मुंबई में ही ऐसा करने जा रहे हैं?’