केदारनाथ उपचुनाव को लेकर उत्तराखंड की राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है। चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न मानते हुए भाजपा और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने अनोखे अंदाज से भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए चुनाव प्रचार को नई ऊर्जा दी।
केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल के समर्थन में सीएम धामी मंगलवार को अगस्त्यमुनि पहुंचे। यहां उन्होंने बाइक रैली में हिस्सा लेकर समर्थकों का हौसला बढ़ाया। इस दौरान कार्यकर्ताओं के बीच उनका जोशीला अंदाज चर्चा का विषय बन गया। मुख्यमंत्री का यह कदम न केवल स्थानीय जनता के बीच लोकप्रियता बढ़ाने का प्रयास है, बल्कि कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने का तरीका भी है।
इससे पहले सोमवार को हरिद्वार में सीएम धामी ने पन्ना लाल भल्ला क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन किया। उन्होंने विधायकों की गेंदों पर चौके-छक्के लगाते हुए मैदान में दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। करीब 13.78 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण करते हुए उन्होंने क्षेत्रीय विकास का संकल्प भी दोहराया।
इसमें 9 करोड़ रुपये की लागत से बने क्रिकेट स्टेडियम के साथ 1.43 करोड़ रुपये की लागत से डाम कोठी पुल का विद्युत फसाड सौंदर्यीकरण और 3.30 करोड़ रुपये से चंडीदेवी पुल का सौंदर्यीकरण शामिल है।
दूसरी ओर, कांग्रेस भी भाजपा के विजय अभियान को रोकने के लिए पूरी तैयारी के साथ मैदान में है। प्रदेश सहप्रभारी परगट सिंह और वरिष्ठ नेता सुरेंद्र शर्मा केदारनाथ क्षेत्र में डटे हुए हैं, और कांग्रेस के सभी बड़े नेता जोर-शोर से प्रचार में जुटे हैं। दिवंगत विधायक शैलारानी रावत की पुत्री ऐश्वर्या रावत ने भी भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल के समर्थन में जनसंपर्क किया, जिससे भाजपा की स्थिति मजबूत हो रही है।
केदारनाथ उपचुनाव उत्तराखंड की राजनीति में खास महत्व रखता है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के लिए इस सीट पर जीत हासिल करना प्रतिष्ठा का सवाल है। जहां सीएम धामी का अंदाज कार्यकर्ताओं में जोश भरने वाला साबित हो रहा है, वहीं कांग्रेस की रणनीति भाजपा के किले को भेदने की पूरी कोशिश कर रही है। आगामी चुनाव के नतीजे न केवल स्थानीय राजनीति, बल्कि राज्य के भविष्य को भी प्रभावित कर सकती हैं।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav