रिपोर्ट: यति सिंह
नई दिल्ली: अभी तक आपने तुलसी पौधे के ऐसे कई गुणों के बारे में सुना होगा, जो आपको हैरान करता होगा। लेकिन इसके कुछ ऐसे भी चमत्कारिक गुण हैं, जो लोगों हैरान ही नहीं बल्कि अचंभित भी कर देता हैं। आपको बता दें कि पौराणिक ग्रंथों और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ-साथ आयुर्वेद में भी तुलसी को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। तुलसी के पौधे का महत्व धार्मिक रूप से जितना जरूरी है, उतना ही हमारे वातावरण के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। वहीं ज्योतिष के अनुसार जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, उस घर में सुख-शांति के साथ-साथ धन और वैभव की भी कमी नहीं रहती है। ज्योतिष के अनुसार जिस घर में भी तुलसी के पौधे को स्थापित किया जाता है। उस घर में उन्नति के साथ समृद्धि का वास होता है।
आयर्वेद और विज्ञान में तुलसी के पौधे का खासा महत्व बताया गया है। आज हम आपको कुछ ऐसे रहस्य बताने जा रहे है, जो आपने शायद है कहां सुने होंगे…
तुलसी के पौधे से जुड़े कुछ रहस्य…
तुलसी के पौधे का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व
*तुलसी के पत्ते के बिना श्री हरि विष्णु और श्री कृष्ण की कोई भी पूजा-अर्चना अधूरी रह जाती है।
*हनुमान जी के भोग में तुलसी पत्ते का प्रयोग होता है, क्योंकि बजरंगबली को तुलसी बहुत प्रिय है।
*तुलसी के पौधे को घर के आंगन में लगाने से घर का वातावरण भी शुद्ध रहता है।
*तुलसी के पौधे की देखभाल करने से व्यक्ति के पहले के जन्म के सारे पाप खत्म हो जाते हैं।
*तुलसी के पत्ते को गंगाजल के साथ मृत्यु के समय लेने से व्यक्ति की आत्मा को शान्ति मिलती है।
*तुलसी का पत्ता और गंगाजल को कभी भी पूजा घर में बासी नहीं माना गया है।
*तुलसी के पौधे के पत्तों को खाने से ऊर्जा का संचार शरीर में नियंत्रित होता है, व्यक्ति की उम्र भी बढ़ती है।
*तुलसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीबायोटिक गुण तुलसी के पौधे में पाए जाते हैं। ये गुण व्यक्ति के शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
*घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगाने से घर का वातावरण भी शुद्ध रहता है। और साथ ही तुलसी का पौधा संक्रामक रोगों को दूर करने में कारगर साबित होता है।
तुलसी के पौधे का वास्तु शास्त्र में महत्व
*जिन घरों में तुलसी का पौधा होता है। घर के उत्तर और पूर्व कोने में तुलसी के पौधे को लगाना शुभ माना गया है।
*घर के दक्षिणी हिस्से में तुलसी के पौधे को नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से घर में दोष उत्पन्न होते हैं।
*दांतों से तुलसी के पत्तों को चबाना नहीं चाहिए बल्कि एक बार में ही इसे निगल लें। क्योंकि पारा तुलसी के पत्तों में पाया जाता है जिसे चबाने से वह खराब हो जाता है।