रिपोर्ट: सत्यम दुबे
अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ से जबरन धर्म परिवर्तन का एक ऐसा मामला सामने आया है, जो योगी सरकार द्वारा बनाये गये धर्मांतरण विरोधी कानून को चैलेंज देता हुआ नजर आ रहा है। शादी के दो साल बाद एक महिला ने अपने पति और उसकी बहनों पर आरोप लगाया है कि वो लोग जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहें हैं।
महिला की मानें तो उसने बताया कि उसे कभी इस बात का अहसास नहीं हुआ कि उसका पति मुस्लिम था और वह अपने ससुराल वालों से कभी नहीं मिली थी। महिला के आरोप के बाद 25 वर्षीय मुस्लिम व्यक्ति और उसकी बहनों पर अब धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 23 वर्षीय पूजा सोनी छत्तीसगढ़ की रहने वाली है।
उसने आगे बताया कि मार्च 2019 में अशोक राजपूत नाम के व्यक्ति से दिल्ली में शादी की, जहां वह एक अस्पताल में काम करती है। पीड़ित महिला ने आगे बताया कि “हम एक मंदिर में शादी कर ली और नोएडा में रहने लगे। 22 मार्च को वह मुझे अलीगढ़ के रीत गांव में अपने घर ले गया। वहां मुझे पता चला कि उसका नाम अफजल खान था। मुझे ‘नमाज’ पढ़ने के लिए मजबूर किया गया और मेरी प्रार्थना करने से रोका गया।”
पूजा ने अपने पति पर आरोप लगाया कि “8 अप्रैल को, वे मेरी बेटी को मुझसे दूर ले गए। इसके बाद उन लोगो ने मेरा नाम बदल दिया। इसके साथ ही उसके ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया और उसे मथुरा में उतार दिया।“
इस मामले में लोढ़ा पुलिस स्टेशन के SHO अभय कुमार शर्मा ने बताया कि, “अशोक राजपूत उर्फ अफजल खान के खिलाफ उत्तर प्रदेश निषेध धर्म परिवर्तन अध्यादेश और आईपीसी की धारा 323 (स्वैच्छिक रूप से आहत) के तहत मामला दर्ज किया गया है।”
आपको बता दें कि पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। वहीं महिला का बयान सोमवार को सीआरपीसी की धारा 164 के तहत अदालत में दर्ज किया जाएगा।
योगी सरकार मे पिछले साल नवंबर में धर्मांतरण विरोधी कानून को पास किया था। जिसके तहत अबतक सूबे में 32 एफआईआर दर्ज की गई हैं।