रिपोर्ट- पल्लवी त्रिपाठी
मुंबई : आपने सुना या देखा होगा कि किसी की मौत होने पर अगर उनका कोई परिजन समय से नहीं पहुंच पाता है, तो उसके लिए 1 से 2 दिन तक उसका इंतजार कर लिया जाता है । हालांकि, उनके न पहुंचने पर अंतिम क्रिया कर दी जाती है । लेकिन क्या आप कभी सोच सकते है कि किसी का अंतिम संस्कार उसकी मौत के ढाई साल बाद किया जाए । ऐसा ही एक मामला मुंबई से सामने आया है, जहां एक शव को अंतिम संस्कार के लिए पूरे ढाई साल का इंतजार करना पड़ा ।
दरअसल, मुंबई के धारावी में पुलिस ने साल 2018 में मोबाइल चोरी के आरोप में 17 साल के सचिन जैसवार को गिरफ्तार किया था । किशोर को पुलिस कस्टडी में रखने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया था । जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया । जहां कुछ दिनों के इलाज के बाद किशोर की मौत हो गयी ।
मृतक के परिजनों ने उस दौरान आरोप लगाया कि पुलिस कस्टडी में किशोर को बेरहमी से पीटा गया । जिसके चलते उसकी मौत हो गयी । हालाकिं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि किशोर की मौत निमोनिया होने की वजह से हुई है । जिसके बाद परिजनों ने शव का दोबारा पोस्टमार्टम करवाने की मांग की । साथ ही कहा कि जब तक शव का दोबारा पोस्टमार्टम नहीं करवाया जाएगा, तब तक वो शव को नहीं लेंगे।
जिसके बाद ये मामला कोर्ट में पहुंच गया । कोर्ट ने मामले में फैसला सुनाते हुए 6 अप्रैल को शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया है । दोबारा पोस्टमार्टम कराने के बाद लड़के के शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा । बता दें कि किशोर की मौत के ढाई साल बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा ।