रिपोर्ट: नंदनी तोदी
चमोली: उत्तराखंड के चमोली स्थित भगवान बदरीनाथ के कपाट आज सुबह ब्रहममुहूर्त में खोल दिए गए हैं। पिछले साल की तरह ही इस बार भी कोविड के कारण कपाट खोले जाने के दौरान श्रद्धालुओं की उपस्थिति नही रही। साथ ही पूजा सीमित लोगों की मौजूदगी में ही संपन्न हुई। हालांकि देशभर से लाखों श्रद्धालु बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे।
बता दें, बदरीनाथ धाम के कपाट ब्रह्म बेला में 4 बजकर 15 मिनट पर विधि-विधान और वेद मंत्रोच्चार के साथ खोल दिए गए। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रसन्नता जताई और जनकल्याण तथा आरोग्यता की कामना की। वहीं बीते दिन उत्तराखंड स्थित विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ के कपाट खाेले गए थे, जहां पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई थी।
भगवान विष्णु के आठवें बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट आज ब्रह्म मुहुर्त में 4.15 मिनट पर विधि-विधान और धार्मिक अनुष्ठान के बाद कपाटोद्घाटन किया गया। जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मैं भगवान बदरी विशाल से प्रदेशवासियों की आरोग्यता की कामना करता हूं। pic.twitter.com/2TBts0WArR
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) May 18, 2021
मुख्यमंत्री रावत ने धाम के कपाट खुलने पर श्रद्धालुओं को शुभकामनांए देते हुए सभी की आरोग्यता की कामना की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण अस्थाई तौर पर यात्रा स्थगित है तथा सभी लोग डिजिटल तरीके से दर्शन करें तथा अपने घरों में पूजा-अर्चना करें। कपाट खुलने के दौरान कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनने और सामाजिक दूरी रखने जैसे नियमों का पूरा पालन किया गया।
कोरोना महामारी के कारण अस्थायी तौर पर चार धाम यात्रा स्थगित है। मेरा सभी से अनुरोध है कि भगवान के वर्चुअली दर्शन करें तथा अपने घरों में ही पूजा-अर्चना करें और धार्मिक परम्पराओं का निर्वहन करें। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) May 18, 2021
आपको बता दें, 14 मई को यमुनोत्री के कपाट और 15 मई को गंगोत्री के कपाट खोल दिए गए थे। उत्तराखंड के इन चार धामों पर भी कोरोना का साया मंडरा रहा है।