रिपोर्ट: सत्यम दुबे
दरदोई: कोरोना महामारी के दूसरे लहर का कहर लगातार जारी है। कोरोना से संक्रमित मरीज ऑक्सीजन और दवाईयों की कमीं से लगातार दम तोड़ रहें हैं। महामारी के दूसरे लहर ने कई हंसते-खेलते परिवारों को तबाह कर दिया है। महामारी के इस भयंकर दौर में दरदोई से एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप भी दंग रह जायेंगे।
आपको बता दें कि यहां एक बेटी ने मौत को केवल इसलिए गले लगा लिया कि इसके पिता उसकी शादी में कर्जदार न हो जायें। दिल दहला देने वाला मामला अतरौली थाना क्षेत्र का है। बेटी के मौत के बाद जांच के दौरान पुलिस के हाथ सुसाइड नोट लगा है, जिसमें ऐसी-ऐसी बातें लिखी थी कि हर किसी की आंखें नम हो गई।
जगसरा गांव के रहने वाले श्रीराम मेहनत मजदूरी करते हैं और चार बेटियों में दो की शादी कर चुके हैं। तीसरी बेटी रंगोली स्नातक थी। पिता उसकी शादी के लिए अच्छा रिश्ता देख रहे थे, लेकिन उनके पास दहेज के लिए रुपए नहीं थे। बेटी को इस बात का आभास था। पिता के चेहरे पर इस बात की मायूसी उसे हर दिन कचोटती रहती थी। पिता श्रीराम के मुताबिक बेटी घर से निकली थी। काफी देर तक जब वह वापस नहीं आई तो उसकी तलाश की। गांव के बाहर शव पेड़ के फंदे से लटकता मिला।
अचानक रंगोली ने ऐसा कदम र्क्यों उठाया ये बात किसी को समझ नहीं आ रही थी। तभी घर में एक सुसाइड नोट मिला जिसे पढ़ने के बाद सुसाइड की वजह सामने आई। रंगोली ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि पापा मुझे माफ करना, मैं अपनी मर्जी से खुदकुशी कर रही हूं। पापा मुझे बिल्कुल पसंद नहीं कि आप इतना सारा कर्जा लेकर हमारी शादी करो और फिर जिंदगी भर कर्ज चुकाओ।
उसने आगे लिखा कि अभी गुंजन भी है। फिर उसकी शादी में भी कर्ज लोगे आप। पूरी जिंदगी यही करते रहोगे। पापा हम आपको कभी खिला नहीं पाए तो यह भी नहीं होने देंगे कि पूरी जिंदगी आप कर्ज चुकाओ। मैं अपनी मर्जी से खुदकुशी कर रही हूं। इसमें किसी का कोई हाथ नहीं है। प्लीज… मेरे पापा को, मेरे परिवार वालों को कोई कुछ मत करना। और न ही मेरा कोई अफेयर है। मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही हूं। इसमें किसी की कोई गलती नहीं है।