{ राशिद की रिपोर्ट }
कहते हैं कि अगर इच्छा शक्ति दृढ़ हो तो इंसान मौत का भी मुकाबला कर सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया श्यामनगर के अमजद ने जो 11 जगह से शरीर की हड्डी टूटने के बावजूद कोरोना को मात दे आए।
आज परिवार सहित क्वॉरेंटाइन सेंटर से वापस लौटने पर क्षेत्र के लोगों ने फूल बरसा कर अमजद के परिवार का स्वागत किया।
दरअसल, तीन महीने पहले श्यामनगर निवासी अमजद को मुरादाबाद में रोडवेज बस ने टक्कर मार दी थी। हादसे में अमजद के हाथ और पैर की 11 हड्डियां टूटी थीं।
मेरठ में चल रहे उपचार के दौरान कुछ दिन पहले डॉक्टरों ने एक प्राइवेट लैब में अमजद का कोरोना टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद अमजद को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराते हुए उनके परिवार के आठ अन्य सदस्यों को क्वॉरेंटाइन किया गया था।
14 दिन की अवधि समाप्त होने और अमजद सहित सभी सदस्यों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद आज सभी को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया।
श्यामनगर वापस लौटने पर क्षेत्रवासियों ने फूल बरसाते हुए अमजद का स्वागत किया। अमजद के परिवार ने भी क्षेत्र के सभी निवासियों का आभार प्रकट किया।