सोमवार को कंपनी का शेयर 13 फीसदी चढ़ा था. मंगलवार को इस शेयर का भाव 11 फीसदी तक उछल गया था. शुक्रवार को कंपनी के शेयर 198.1 रुपये के भाव पर बंद हुए थे. मंगलवार को इसका भाव 249.5 रुपये पर पहुंच गया. मार्च के निचले स्तरों से इस शेयर की कीमत करीब तीन गुना हो चुकी है.
दरअसल, तीसरी तिमाही में जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) के बढ़िया नतीजों और टेस्ला के साथ संभावित पार्टनरशिप की चर्चा ने इस शेयर में नई जान फूंक दी है. दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने भी सितंबर तिमाही में कंपनी में निवेश किया था.
कंपनी ने कहा है कि दिसंबर तिमाही में जेएलआर ने 1,28,469 वाहनों की बिक्री की, जो सितंबर तिमाही के 1,13,569 वाहनों की तुलना में 13.1 फीसदी अधिक है. हालांकि, बीते साल की तुलना में इसकी बिक्री नौ फीसदी घटी है.
कंपनी ने कहा, “चीन में बिक्री बढ़िया रही है, जो बीती तिमाही की तुलना में 20.2 फीसदी अधिक थी. ज्यादातर इलाकों में कंपनी की रिटेल बिक्री में सुधार देखने को मिला है. इसमें उत्तर अमेरिकी (31.7 फीसदी ऊपर), विदेश (26.6 फीसदी ऊपर) और यूरोप (20.5 फीसदी ऊपर) शामिल हैं.
घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री में 21 फीसदी का सुधार देखने को मिला है. इससे पहले खबर थी की एलन मस्क की कंपनी टेस्ला टाटा मोटर्स की यूनिट में अपनी गाड़ियां बनाकर भारत में बेचने वाली है. इस खबर ने शेयरों में नए जान फूंक दी है.
खबरों के मुताबिक दोनों ही कंपनियों के बीच बातचीत अंतिम दौर में है. तमाम घरेलू कंपनियों में टाटा के पास इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सबसे बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर है. हालांकि, एक बिजनेस न्यूज चैनल को दी जानकारी में टाटा मोटर्स ने टेस्ला के साथ साझेदारी की खबरों को खारिज कर दिया है.
दूसरी तरफ, बीएसई ने भी इस पर कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा है, जिस पर कंपनी का जवाब आना बाकी है. टेस्ला दो सालों से भारत में एंट्री का प्रयास कर रही है. हाल ही में केंद्रीय परिवाहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस बात की पुष्टि की थी कि टेस्ला साल 2021 से देश में अपना कामकाज शुरू करने वाली है.