किसी भी मनुष्य के शरीर में आंत एक जरुरी हिस्सा है और वो इसलिए क्यूंकि आप जो भी खाते है वो पचने के लिए आंतों से होकर जाता है। ऐसे में शरीर के लिए आंतों का स्वस्थ्य रहना बहुत जरुरी है। आंत आहार नली का ही एक भाग है जो कि पेट से गुदा तक फैली होती है। अगर यह ठीक से काम नहीं करता तो धीरे धीरे खाना सड़ने लगता है और उसके बाद तमाम तरह की बीमारियां इंसान को घेर लेती है तो इतना तो आप समझ ही गए होंगे की, आंत का स्ट्रांग रहना कितना जरुरी है, तो आइये आज इस लेख में जानते है स्वामी रामदेव जी के कुछ ऐसे उपाय जिनको आज़मा कर आप भी अपनी आंतों को फिट रख सकते है। स्वामी रामदेव कहते है की आंते कमजोर है तो एलोपेथी में कोई दवाई नहीं है।
इसलिए आपको चाहिए की आप अनार खूब खाये, कोई भी वायरस सबसे पहले पेट के रास्ते आंत पर ही अटैक करता है। अनार से पेट और लीवर दोनों अच्छे होते है। आगे स्वामी जी कहते है, आंतों को दुरुस्त रखने के लिए कम से कम 20 मिनट हर दिन व्यायाम करें।
रोज़ सुबह आंवला और एलोवेरा रस पीये। स्वामी जी कहते है , कुछ समय के लिए शाम और सुबह टहलना बहुत जरूरी है, इससे शरीर को शुद्ध ऑक्सीजन मिलती है। कब्ज की समस्या से भी आंतों को नुकसान होता है इसलिए चिकना और वसा युक्त खाना छोड़ दे और फाइबर युक्त सब्जी और फल खाये।
स्वामी रामदेव जी कहते है गिलोय का रस तो आंतों की कमजोरी में जबरदस्त फायदा करता है। स्वामी जी कहते है, मनुष्य को रोज़ खाने से पहले सलाद में टमाटर और खीरा जरूर खाना चाहिए, मूली और गाजर भी अच्छे रहते है।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आपका लीवर और किडनी दोनों इससे अच्छे रहेंगे वही बार बार खाना खाने की आदत छोड़ दे। इससे आपके पाचन तंत्र को आराम नहीं मिलता है। कोशिश करे की कम से कम चार घण्टे के अंतराल में दूसरा खाना हो वही रात को हल्का भोजन ले।