रिपोर्ट: मोहम्मद आबिद
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान मिशन को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है और इसी कड़ी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को स्वस्थ और स्वच्छ बनाने का जिम्मा उठा रखा है और प्रदेश में नई नई योजनाएं लागू की जा रही है।
प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश में सिंगापुर मॉडल लागू लरने जा रही है और योगी सरकार लोगों को साफ सफाई न रखने पर जुर्मानें का प्रावधान करने जा रही है जिसके लिए सरकार जो विधेयक कैबिनेट में लाने की तैयारी कर रही है उसके मुताबिक गाड़ी चलाते समय अगर थूका या फिर कोई सामन फेंक कर गंदगी फैलाई तो बड़े शहरों में 1000 रुपये जुर्माना भरना पड़ सकता है।
यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश ठोस अपशिष्ठ (प्रबंधन, संचालन एवं स्वच्छता) नियमावली-2021 को कैबिनेट से पास कराने की में तैयारी है. नगर विकास विभाग ने इस पर लोगों से राय और सुझाव मांगे हैं। दरसअल, शहरों में साफ़ सफाई के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन उसके बावजूद लोग सुधर नहीं रहे हैं।
बतादें की उत्तर प्रदेश में गंदगी फैलाने पर जुर्माने का लिए कोई भी स्पष्ट प्रावधान नहीं है और अब सरकार प्रावधान लाकर विधेयक के जरिए से गंदगी फैलाने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है और आने वाली नियमावली मे यह साफ कर दिया जाएगा की सरकार शहर में गंदगी फैलाने वालों पर कितना जुर्माना वसूलेगी।
गाड़ी चलाते समय गंदगी फेकने या फिर थूकने पर बड़े नगर निगम में 1000 रुपए, छोटे नगर निगम 750, पालिका परिषद में 500 और नगर पंचायत में 350 रुपए जुर्माने का प्रावधान होगा. इसी तरह सर्वाजनिक स्थान या खुले स्थान पर कूड़ा फेंकने या गंदगी फैलाने पर बड़े शहरों में 500, छोटे शहरों में 400, पालिका परिषद में 300 और नगर पंचायत में 200 रुपए का जुर्माना देना होगा।