प्रदेश के युवा नेता और पूर्व सीएम रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव खुद तो युवाओं और महिलाओं के बीच खासे लोकप्रिय है लेकिन लगता है कि उनकी पार्टी के समर्थकों को इनका सम्मान करना अब तक नहीं आया है।
आपको याद होगा कैसे सपा की एक बुद्धिमान और तेज तर्रार प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने यह कहकर पार्टी छोड़ दी थी कि उनके पाठक होने के कारण यानी ब्राह्मण होने के कारण अपमानित किया जाता है।
पंथ निरपेक्ष देश में अगर किसी पार्टी में ऐसा होता है तो यह सरासर संविधान का अपमान है। अगर किसी पार्टी में सिर्फ एक महिला का इसलिए अपमान किया जाए तो कि वो ब्राह्मण है तो कैसे प्रदेश का युवा आपसे जुड़ेगा ?
पंखुड़ी के बाद एक और महिला प्रवक्ता को गालियां दी जा रही है और उनका अपमान किया जा रहा है और वो है रोली तिवारी मिश्रा। उन्होंने खुद सामने आकर अपनी बात कही है और अखिलेश यादव से गुहार लगायी है।
उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल से कुछ ट्वीट कर यह खुलासे किये है। वो लिखती है, पिछले 15 घण्टे से कुछ यादव लोग आपकी ऑफिशियल फेसबुक प्रोफ़ाइल पर मुझे ब्राह्मण होने की वजह से गालियां दे रहे हैं।
ख़ास बात ये कि उनमें से एक गोरखपुर सपा जिला पंचायत अध्यक्ष का पति मनुरंजन यादव है। मैं एक महिला, दो पुत्रियों की माँ और देश के एक सैन्याधिकारी की पत्नी हूँ।
आगे वो लिखती है आपके आधिकारिक फेसबुक पेज पर आपके ही पार्टी के गोरखपुर जिला पंचायत अध्यक्ष के पति द्वारा गाली दिए जाने पर कब तक कार्यवाही की प्रतीक्षा करे ?
रोली तिवारी मिश्रा ने स्क्रीनशॉट शेयर किये है। उन्होनें आगे बताया कि मैं एफआईआर एसएसपी आगरा को प्रेषित करने जा रही हूं।
समाजवादी पार्टी सरकार में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य रह चुकी रोली मिश्रा के साथ आज जो हो रहा है वो संविधान के मूल अधिकारों का हनन है और उम्मीद है सपा प्रमुख जल्द कार्यवाही करेगे।