लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सीतापुर जेल में बंद सपा के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खां की एक बार फिर तबियत खराब हो गई, इसे लेकर उन्हें इलाज के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। आपको बता दें कि सुबह से ही आजम खां को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। शिकायत पर जेल प्रशासन ने मामले की सूचना जिला प्रशासन को दी। जिला प्रशासन ने वरिष्ठ डॉक्टरों के एक पैनल को जेल भेजकर प्राथमिक चेकअप कराया। आजम का ऑक्सीजन लेवल 88 पहुंच चुका है।
डॉक्टरों की टीम ने किया चेकअप
तीन डॉक्टर की एक टीम ने तकरीबन 10 मिनट तक उनका चेकअप किया है और उनकी हालत गंभीर देखते हुए उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया है। जेल प्रशासन ने भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में आजम को जेल से लखनऊ रवाना करने की तैयारी शुरू कर दी है। डॉक्टर डी. लाल का कहना है कि आजम पहले भी कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं। इसके चलते आज उनका ऑक्सीजन लेवल 88 होने के चलते उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है।
भारी सुरक्षा में लखनऊ रवाना
जेलर प्रशासन के जेलर आरएस यादव का कहना है कि आजम 13 जुलाई की दोपहर 12:35 पर मेदांता से ठीक होने के बाद सीतापुर जेल आए थे और आज फिर उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत पर लखनऊ भेजा जा रहा है। जेलर का कहना है कि उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम एम्बुलेंस के जरिये भेजा जा रहा है और उनका बेटा अभी पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं।
बता दें कि इससे पहले भी आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को कोरोना संक्रमण के चलते 9 मई को मेदांता में भर्ती किया गया था। दोनों में 30 अप्रैल को कोरोना की पुष्टि हुई थी। शुरू में इन्हें सीतापुर जेल में ही रखा गया, लेकिन आजम खान की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें 9 मई को लखनऊ के मेदांता अस्पताल लाया गया था। साथ मे उनके कोरोना संक्रमित बेटे अब्दुल्ला आजम भी यही भर्ती कराए गए थे।
अब्दुल्ला आजम की रिकवरी तो जल्दी हो गयी, लेकिन आजम खान का स्वास्थ्य बिगड़ता गया। मई-जून के दौरान कई बार उनकी हालत काफी क्रिटिकल हो गयी। उन्हें आईसीयू में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखना पड़ा। अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर के साथ ही डॉक्टर की पूरी टीम उनके इलाज में लगी रही। इस बीच उनका स्वास्थ्य कभी ठीक होता तो कभी फिर बिगड़ जाता। कई बार आजम खान की हालात नाजुक होने पर ऑक्सीजन की जरूरत भी काफी बढ़ने लगी। लंबे समय बाद वो स्वस्थ हो गए जिसके बाद उन्हें 13 जुलाई को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।