मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए तीन नवंबर को उपचुनाव होना है. कमलनाथ इसी चुनाव के आसरे सत्ता में वापसी का सपना देख रहे हैं लेकिन हो सकता है की उनका यह बयान सिर्फ उनकी पार्टी ही नहीं बल्कि उन पर भी भारी पड़ सकता है।
एमपी में अगले महीनें 28 सीट पर चुनाव होने है लेकिन उससे पहले महिला मंत्री के सम्मान को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। दरअसल यह पूरा मामला पूर्व सीएम कमलनाथ की एक टिपण्णी के बाद शुरु हुआ जिसमें उन्होंने सरकार में मंत्री इमरती देवी को आइटम कह दिया।
इमरती देवी पहले कांग्रेस में ही थी लेकिन बाद में सिंधिया के आने के बाद बीजेपी में शामिल हो गई और अब बीजेपी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है। कमलनाथ के इस बयान के बाद इमरती देवी ने सोनिया गांधी से उन्हें हटाने की विनती की है और उधर सीएम शिवराज उनके सम्मान में धरने पर बैठ गए है। उन्होनें आज अपने अनशन की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर शेयर भी की है।
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमंते तत्र देवताः के देश में कमलनाथ जी ने बहन इमरती देवी पर अमर्यादित टिप्पणी कर केवल उनका नहीं,बल्कि हर बहन-बेटी का अपमान किया है।
कांग्रेस के महिला विरोधी निकृष्ट बयानों के विरुद्ध भोपाल में मौन धरना के पश्चात विचार साझा किया।https://t.co/WynBUz7TjR https://t.co/yR3IInVmzu pic.twitter.com/ygjuXDwv5L
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 19, 2020
अनशन पूरा होने के बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित किया और पूर्व सीएम कमलनाथ पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा, मैं मैडम सोनिया गांधी से पूछता हूँ, क्या वे कमलनाथ जी के शर्मनाक बयान से सहमत हैं? क्या मैडम प्रियंका गांधी वाड्रा अपने वरिष्ठ नेता श्री कमलनाथ के शब्दों का समर्थन करती हैं ?
उन्होंने आगे कहा, आप मुझे गाली दे सकते हैं, मुझे अलग अलग नामों से बुला सकते हैं लेकिन एक महिला के लिए इस तरह का बयान सभी बेटियों और माताओं के खिलाफ है। नवरात्रि में महिलाओं का अपमान हुआ है और कमलनाथ ने सभी सीमाएं लांघ दी हैं।
मध्यप्रदेश में बढ़ती मौत, हत्या और बलात्कार की घटना के बाद व्यापम, ई-टेंडर एवं शैला मसूद हत्या के मुख्य आरोपियों का संयुक्त आत्मग्लानि शिविर।
—बाल कलाकार श्रीअंत इंदौर में प्रस्तुति देंगें।
“ड्रामेबाज़ी चरम पर है”
नजर आ रहे ये सारे,
लोकतंत्र के हैं हत्यारे। pic.twitter.com/6xehEKmX1u— MP Congress (@INCMP) October 19, 2020
आपको बता दे, उधर कांग्रेस की और से उनके इस मौन अनशन को नौटंकी करार दे दिया गया है , कांग्रेस ने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, मध्यप्रदेश में बढ़ती मौत, हत्या और बलात्कार की घटना के बाद व्यापम, ई-टेंडर एवं शैला मसूद हत्या के मुख्य आरोपियों का संयुक्त आत्मग्लानि शिविर।
मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए तीन नवंबर को उपचुनाव होना है. कमलनाथ इसी चुनाव के आसरे सत्ता में वापसी का सपना देख रहे हैं लेकिन हो सकता है की उनका यह बयान सिर्फ उनकी पार्टी ही नहीं बल्कि उन पर भी भारी पड़ सकता है।