नवंबर के आखिरी सप्ताह से दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानून को लेकर देश के किसान आंदोलन कर रहे है। किसान आंदोलन का आज 69वा दिन है। जहां 26 जनवरी से पहले दिल्ली की तमाम सीमाओं पर किसान आंदोलन आसानी से चल रहा था।
वहीं अब तमाम सीमाओं पर दिल्ली पुलिस द्वारा की गई किले बंदी और घेरा बंदी से किसानों को जरूरी सामान के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ रहा है। दिल्ली के सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर जहां किसानों का आंदोलन चल रहा है वहां बीते दो दिनों से पुलिस लगातार सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाती जा रही है।
यहां कटीली तारें, बैरिकेडिंग, सीमेंट की बैरिकेडिंग, खाई खोदने से लेकर नुकीले सरिए भी जा रहे हैं ताकि किसान और उनके ट्रैक्टर दिल्ली में प्रवेश न कर सकें। हालांकि उनका हौसला अब भी नहीं टूटा है और किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी वह घर वापस नहीं जाएंगे।
इस बीच आज शिवसेना के नेता संजय राउत गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसानों से मिलेंगे और आंदोलन को अपना समर्थन देंगे। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट करके दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा किसान आंदोलन जिन्दाबाद! आज दोपहर 1 बजे गाजीपुर में किसानों का विरोध प्रदर्शन करेंगे। जय जवान किसान की जय हो!
किसान आंदोलन झिंदाबाद!
will visit protesting farmers at Gazipur today at 1 pm..
जय जवान
जय किसान!— Sanjay Raut (@rautsanjay61) February 2, 2021
उन्होंने कहा महाविकास अगाड़ी ने किसानों के हित में कई फैसले लिए। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे किसानों के पीछे मजबूती से खड़े रहे। उनके सुझाव पर, हम आज गाजीपुर सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों से मिलने जा रहे हैं।
महाविकास आघाडीने शेतकऱ्यांच्या हिताचे अनेक निर्णय घेतले. मुख्यमंत्री ऊध्दव ठाकरे हे सुखदुःखात शेतकर्यांच्या पाठीशी ठाम ऊभे राहिले. त्यांच्याच सूचनेवरून आज गाझीपुर सीमेवर आंदोलक शेतकऱ्यांच्या भेटीसाठी जात आहोत.@OfficeofUT @PawarSpeaks @AUThackeray
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) February 2, 2021
आप को बता दे कि भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आंसूओं ने किसान आंदोलन को ऐसी मजबूती दी है कि उसके बाद से ही गाजीपुर बॉर्डर पर न सिर्फ किसानों के आने बल्कि कई राजनेताओं के आने का सिलसिला भी तेजी से शुरू हो गया है।
इसको लेकर कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके सरकार से कहा ‘भारत सरकार, आप पुल बनाइए न कि दीवार’।
GOI,
Build bridges, not walls! pic.twitter.com/C7gXKsUJAi
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 2, 2021
आप को बता दे कि गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुए बवाल को पूरे देश ने देखा। जिसके बाद से दिल्ली पुलिस ने हरियाणा-दिल्ली सीमा पर कड़े इंतजाम किये हैं। एक दिन पहले जहां दिल्ली पुलिस ने झाड़ोदा बॉर्डर पर कंक्रीट की तीन फुट चौड़ी और चार फुट ऊंची दीवार बनाई थी।
वहीं अब वहीं टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा के लिहाज से सड़क पर नुकीले सरिये ठोंक दिए हैं। दिल्ली पुलिस ने यह इंतजाम रविवार की रात किए। सीमाओं के बंद होने के बाद बहादुरगढ़ से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों और इसके नेता राकेश टिकैत के गाजीपुर यूपी गेट पर जमे रहने और टिकैत की भावनात्मक अपील के बाद राजस्थान, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड से काफी संख्या में किसान यहां पहुंच रहे हैं।
प्रदर्शनकारी नवंबर से ही दिल्ली-मेरठ राजमार्ग के एक हिस्से पर काबिज हैं। गाजियाबाद प्रशासन द्वारा प्रदर्शनकारियों को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे खाली करने का अल्टीमेटम देने के बाद आशंका बढ़ गई थी कि प्रदर्शनकारियों को गाजीपुर से जबरन हटा दिया जाएगा। लेकिन राकेश टिकैत की भावनात्मक अपील पर वहां किसानों का हुजूम उमड़ पड़ा।
वही आप को बता दें कि दिल्ली सीमा पर चल रहे कृषि आंदोलन की वजह से आज गाजीपुर बॉडर को बंद किया गया है। जिसकी वजह से आनंद विहार, चिल्ला, डीएनडी, अप्सरा, भोपरा और लोनी बॉर्डर का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।