केंद्रीय मंत्री Jyotiraditya Scindia इन दिनों लगातार अपने संसदीय क्षेत्र गुना में लोकसभा चुनाव का प्रचार कर रहे हैं। इस बीच एक जनसभा में वे पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता Kamal Nath और Digvijay Singh पर आरोप लगाते दिखाई दिये। इस सभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोगों को अपनी कांग्रेस पार्टी छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की वजह बताई।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने Kamal Nath और Digvijay Singh पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और प्रदेश की भाजपा सरकार की योजनाओं की प्रशंसा की। सिंधिया ने सभा मैं मौजूद महिलाओं से पूछा लाडली बहना कौन है और कहा- ‘अगर मैं सरकार नहीं बदलता, तो लाडली बहनों को मिलने वाले 1,250 रुपये कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के पॉकेट में जाता।’ किसानों को मिलने वाली किसान सम्मान निधि का जिक्र करते हुए भी सिंधिया ने कहा- ‘अगर सरकार ना बदलता, तो किसान को किसान सम्मान निधि 6,000 रुपये मध्यप्रदेश सरकार से ना मिलती।’
लोगों को संबोधित करते हुए Jyotiraditya Scindia ने आगे केंद्र में भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के लिए सहयोग मांगा। सिंधिया ने लोगों से भारत को विकास और प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने की अपील की। उन्होंने आगे केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई आवास योजना, उज्जवल योजना और आयुष्मान योजना का भी जिक्र किया।
पत्नि ने दीवार लेखन, तो बेटे ने गांव वालों के साथ भोजन किया
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले Jyotiraditya Scindia अपने पूरे परिवार के साथ चुनाव प्रचार में लग गए हैं। आज एक ओर चंदेरी में उनकी पत्नि प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया (Priyadarshini Raje Scindia) ने अपने पति का प्रचार करते हुए दीवार पर चित्रकला का प्रदर्शन किया।
वे दीवार पर चित्रकला के जरिए लोगों से सिंधिया के लिए वोट मांगने की अपील करती दिखाई दी। दूसरी ओर बेटे महानआर्यमन सिंधिया (Mahanaryaman Scindia) ने गुना में गांव वालों के साथ भोजन किया। इससे पहले भी सिंधिया परिवार को चुनाव प्रचार के लिए लोगों के बीच जाते देखा गया है।
28 विधायकों के साथ बदल लिया था पाला
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया 2019 का लोकसभा चुनाव गुना से हार गए हैं। इस लिए इस बार वह कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। पिछल चुनाव सिंधिया ने कांग्रेस के सिम्बल पर लड़ा था, लेकिन भाजपा के केपी पाल ने तकरीबन डेढ़ लाख वोटों से हरा दिया। कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा भी नहीं भेजा, जिसके बाद सिंधिया ने अपने समर्थक 28 विधायकों के साथ पाला बदल लिया और कमलनाथ सरकर अपदस्थ करा दिया था।
बगावत से बनी शिवराज सरकार ने शुरू की स्कीम
सिंधिया समर्थक विधायकों की बगावत के बाद मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार बनी, जिसने महिलाओं के लिए लाड़ली बहना योजना शुरू की। साथ ही किसानों को मिलने वाली सम्मान निधि में दो हजार का इजाफा किया। विधानसभा चुनाव के दौरान लाड़ली बहना की राशि 3000 रुपए तक बढ़ाने की बात कही गई। हालांकि, वह नहीं बढ़ पाई।
कांग्रेस ने राव यादवेंद्र को बनाया प्रत्याशी
सिंधिया के सामाने कांग्रेस ने इस बार राव यादवेंद्र सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया है। जो पहले भाजपा में ही रहे हैं। यादवेंद्र के पिता मुंगावली से विधायक भी रहे हैं। अब कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर वह सिंधिया को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।