नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव होने में महज कुछ दिन शेष है, उससे पहले ही RLD (राष्ट्रीय लोक दल) को बड़ा झटका लगा है। यानी की RLD ने जिस उम्मीदवार को अपना प्रत्याशी बनाया था, वो चुनाव से ऐन वक्त पहले पति सहित बीजेपी में शामिल हो गई।
बता दें कि, बागपत से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए आरएलडी ने ममता किशोर को प्रत्याशी बनाया था। आरएलडी प्रत्याशी ममता किशोर अपने पति जय किशोर के साथ आरएलडी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गई हैं। ममता किशोर के आरएलडी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाने के बाद अब बागपत में आरएलडी से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए कोई उम्मीदवार नहीं बचा है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए आरएलडी की उम्मीदवार रहीं ममता किशोर और उनके पति को बागपत के बीजेपी नेता डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। बागपत में हलचल के बीच बीजेपी ने कानपुर सिटी और कानपुर देहात से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने कानपुर सिटी से पूर्व मंत्री कमला रानी वरुण की बेटी स्वप्निल और कानपुर देहात से सांसद देवेंद्र सिंह भोले की बहू नीरज रानी सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष का टिकट दिया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों संपन्न हुए पंचायत चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी को तगड़ा झटका लगा था। पार्टी के उम्मीदवारों को बड़ी तादाद में हार मिली थी। प्रदेश में समाजवादी पार्टी और पश्चिमी यूपी में आरएलडी मजबूत होकर उभरे थे। पंचायत चुनाव के बाद हाल ही में बीजेपी की मीटिंग हुई थी जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर मंथन किया गया था।
बीजेपी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में 65 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया था। बीजेपी की ओर से जिला पंचायत सदस्य चुनाव में 65 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किए जाने के बाद से ही नेताओं के दबल-बदल की आशंका जताई जा रही थी। वैसे भी ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी प्रत्याशी या उम्मीदवार ने चुनाव से पहले पार्टी छोड़ी। ऐसी घटना अक्सर चुनावों के समयों में देखने को मिलता है। जिसे हम साधारण शब्दों में दल-बदलू भी कहते है।