भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 5 साल बाद पहली बार रेपो रेट में कटौती की है, जिससे होम लोन, कार लोन और अन्य लोन सस्ते हो जाएंगे। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अगुआई में हुई मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में रेपो रेट को 6.50% से घटाकर 6.25% कर दिया गया है।
होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दरें कम होंगी।
फ्लोटिंग रेट लोन लेने वालों की EMI में कटौती होगी।
नए लोन लेने वालों को भी कम ब्याज दर पर कर्ज मिलेगा।
बैंकों को सस्ते दर पर फंड मिलने से लोन देना आसान होगा।
RBI ने क्यों घटाई रेपो रेट?
रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है। जब रेपो रेट कम होती है, तो बैंकों को सस्ते दर पर पैसा मिलता है और वे ग्राहकों को भी कम ब्याज दर पर लोन दे सकते हैं। इससे रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
RBI MPC बैठक: 5 साल बाद आई राहत
➡ 7 फरवरी 2025 को हुई MPC बैठक में सर्वसम्मति से रेपो रेट में 0.25% की कटौती का निर्णय लिया गया।
➡ ब्याज दर में यह कटौती केंद्रीय बजट 2025 के बाद आम जनता के लिए दूसरी बड़ी राहत है।
➡ 12 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स छूट के बाद अब सस्ते लोन से भी लोगों को फायदा होगा।
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल और बैंकिंग सेक्टर को फायदा होगा। लोन की दरें कम होने से घर खरीदने वालों और गाड़ियों की बिक्री में इजाफा होने की संभावना है।
आपकी EMI कितनी कम होगी?
अगर आपने फ्लोटिंग रेट पर होम लोन या कार लोन लिया है, तो आपकी EMI में कमी आएगी। ब्याज दरें घटने से 1 करोड़ रुपये के होम लोन पर हर महीने 1500-2500 रुपये तक की बचत हो सकती है।