संसद के मानसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया। इस दौरान विपक्ष ने केंद्र सरकार से एक सवाल पूछा कि लॉकडाउन में कितने प्रवासी मजदूरों की जान गई। इस पर केंद्र ने कहा कि उसके पास इस संबंध में कोई डाटा उपलब्ध नहीं है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा है।
राहुल गांधी ने शायराना अंदाज में ट्वीट किया, मोदी सरकार नहीं जानती कि लॉकडाउन में कितने प्रवासी मजदूर मरे और कितनी नौकरियां गईं। कांग्रेस नेता ने लिखा, तुमने ना गिना तो क्या मौत ना हुई? हां मगर दुख है सरकार पे असर ना हुआ, उनका मरना देखा जमाने ने, एक मोदी सरकार है जिसे खबर ना हुई।
याद हो कि कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन लागू किया गया था, तो उस दौरान प्रवासी मजदूर इससे काफी प्रभावित हुए। प्रवासी मजदूरों इस दौरान पैदल ही बड़े शहरों से निकलकर अपने गृहनगर लौटने लगे।
इस दौरान लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतरे और सड़क हादसो में कई मजदूरों की मौत हुई। इसके बाद सरकार ने मजदूरों को उनके गृह नगर पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया।
सोमवार को मानसून सत्र के दौरान विपक्ष ने सरकार से सवाल किया कि लॉकडाउन के दौरान कितने प्रवासी मजदूरों की मौत हुई, क्या सरकार के पास इसके संबंध में कोई डाटा है। इस पर सरकार ने कहा कि उनके पास इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।