रिपोर्ट: सत्यम दुबे
प्रयागराज: कोरोना महामारी के कारण योगी सरकार ने सूबे में इस साल आयोजित होने वाले 10वीं के बोर्ड परिक्षा को रद्द करने पर विचार कर रही है। माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने कक्षा दसवीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर जल्द ही सभी विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करनी घोषणा करेगी। अब सत्र 2020-21 में हाई स्कूल में पढ़ रहे 29.94 लाख छात्र-छात्राओं को कक्षा ग्यारहवीं में प्रोन्नति मिलने की पूरी संभावना है। यूपी बोर्ड के 100 साल के इतिहास में पहली बार कक्षा दसवीं बोर्ड का 100 फीसदी सफलता का परिणाम होगा। इससे पहले 10वीं में पास होने का सर्वाधिक रिकॉर्ड 87.66 फीसदी रहा है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने विद्यालयों से सभी छात्र-छात्राओं के नौवीं कक्षा के अंक मांगे हैं। बोर्ड द्वारा विद्यालयों को 24 मई तक विद्यार्थियों के नौवीं कक्षा के अंक पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक बोर्ड नौवीं कक्षा का अंतिम परिणाम के आधार पर विद्यार्थियों को प्रोन्नति दे सकती है। कक्षा दसवीं का अंतिम परिणाम तैयार करने की योजना का एलान जल्द ही हो सकता है।
आपको बता दें कि इसके लिए राज्य के सभी विद्यालयों में 20 मई से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो गई हैं। कोरोना महामारी के कारण विद्यालयों को ऑफलाइन कक्षाएं संचालित करने की अनुमति नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि प्रदेश में आंशिक लॉकडाउन की वजह से 24 मई के बाद कक्षा दसवीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने के संबंध में आधिकारिक सूचना जारी की जा सकती है।
पिछले 24 घंटे की बात करें तो देश में 2.57 लाख नए मामले सामने आये हैं, वहीं इस दौरान 4194 की जान जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में उतार चढ़ाव जारी है। बीते 24 घंटों में 2,57,299 नए कोरोना मरीज मिले हैं। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 2,62,89,290 पहुंच गई है। वहीं यूपी में लगातार कोरोना के ऑकड़े में गिरावट दर्ज हुई है।