रिपोर्ट- पल्लवी त्रिपाठी
कानपुर : कोरोना महामारी अपने पीक पर हैं। लगातार आंकड़ों में इजाफा देखने को मिल रहा है। कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ी है। कोरोना संकट में भी कई ऐसे अस्पताल है, जो केवल फायदा कमाना चाहते हैं। कानपुर के एक अस्पताल में मजबूर मरीजों से मनमाने पैसे वसूलने का मामला सामने आया है।
तीमारदारों ने कानपुर के फैमिली अस्पताल के कारनामों की शिकायत की। जिसके बाद जिला प्रशासन ने अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की। एसीएम प्रथम ने नौबस्ता थाने में फैमिली हॉस्पिटल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
बताया जा रहा है अस्पताल ने मरीज से इलाज के नाम 3.50 लाख रुपए का बिल बनाया। बता दें कि जिला प्रशासन ने प्राइवेट फैमिली हॉस्पिटल को कोविड हॉस्पिटल की लिस्ट में शामिल किया था।
जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने मामले की जानकारी देते हुए सभी से आपदा के वक्त सरकार के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
इसी बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मनमानी कर रहे अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कुछ अस्पतालों में नियत दर से अधिक मनमाने ढंग से शुल्क वसूला जा रहा है। इसकी भर्त्सना होनी चाहिए। डॉक्टर को भगवान का दर्जा है। पीड़ित और उसके परिजनों की बद्दुआ नहीं लेनी चाहिए। निजी अस्पतालों में मनमानी वसूली को हर हाल में रोका जाए। सभी चिकित्सा संगठनों से अपील है, ऐसे लोगों की सार्वजनिक निंदा की जाए। ऐसे अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
बता दें कि मुख्यमंत्री ने मंगलवार शाम को वर्चुअल माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और नर्सिंग होम एसोसिएशन के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि आईएमए के चिकित्सकों और नर्सिंग होम एसोसिएशन के विशेषज्ञों द्वारा मण्डलायुक्तों, अपर निदेशक स्वास्थ्य तथा स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करते हुए प्रत्येक जिले में कोविड व नॉन कोविड रोगियों के लिए टेलीकंसल्टेशन की व्यवस्था की जाए। ऑक्सीजन का दुरुपयोग हर हाल में रोका जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में कोविड संक्रमित व्यक्तियों के लिए डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध रहे।