उत्तर प्रदेश में वो रहा है जो आज तक प्रदेश के इतिहास में नहीं हुआ। सीएम योगी राजधर्म का किस कदर पालन करते है इसकी एक बानगी प्रयागराज में देखने को मिली है।
दरअसल घूरपुर थाना क्षेत्र में किसानों व सब्जी विक्रेताओं ने दुकान लगायी हुई थी। दारोगा सुमित आनंद सरकारी वाहन से पहुंचे और सरकारी वाहन से सब्जियों को रौंद दिया।
इसका वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो दारोगा पर कार्यवाही की मांग जोर पकड़ने लगी। इसके बाद दारोगा के लाइन हाजिर कर दिया गया।
इस पुरे प्रकरण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया और दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया है।
एसएसपी ने एसपी यमुनापार और सीओ को मौके पर भेजकर किसानों को मुआवजा देने का आदेश दिया और खुद घर पर जाकर मुआवजा दिया गया।
योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को कितनी गंभीरता से लिया इसका अंदाज़ा आप इसी से लगा सकते है कि एसपी यमुनापार चक्रेश मिश्रा खुद घूरपुर पहुंचे और किसानों से दारोगा के कृत्य के लिए माफी मांगी।
वैसे अगर इस घटना को देखे तो तो सीएम योगी की छवि एक कुशल प्रशासक के रूप में मजबूत होती जा रही है लेकिन पुलिस का आम जनता के प्रति ऐसे व्यवहार उचित नहीं है।
इस समय पुलिस और जनता को आपसी सामंजस्य से काम करना होगा तो ही इस कोरोना नाम की महामारी से हम जीत पाएंगे।