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सीएम योगी ने बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम की समीक्षा बैठक, कही ये बात, पढ़ें

सीएम योगी आदित्यनाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारी को लेकर ज़िला मजिस्ट्रेटों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्‍होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ बचाव की तैयारियां पूरी कर लें।

By RNI Hindi Desk 
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सीएम योगी आदित्यनाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारी को लेकर ज़िला मजिस्ट्रेटों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्‍होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ बचाव की तैयारियां पूरी कर लें। यूपी में एमएलए-एमएलसी को निधि की पहली किस्‍त जारी कर दी गई है। पहली किस्‍त के रूप में डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। बीजेपी ने मिशन-2024 की रणनीति बनाने के लिए लखनऊ मुख्‍यालय पर बड़ी बैठक बुलाई है।

सीएम योगी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश में बाढ़ नियंत्रण की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। बैठक में सीएम ने बाढ़ से बचाव और तैयारियों को लेकर सख्त निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि हर जिले में बाढ़ से बचाव के लिए कंट्रोल रूम होना चाहिए। इसकी मानीटरिंग SDM लेवल के अधिकारी करेंगे।

इस बैठक में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा सहित शासन के बड़े अधिकारी मौजूद रहे। बाढ़ प्रभावित जिलों के अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक में शामिल रहे।

सीएम योगी ने इस समीक्षा बैठक में कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन यानी SDMA की तरह ही तरह जिला आपदा प्रबंधन भी काम करें। संवेदनशील तटबंधो का निरीक्षण, सिंचाई विभाग और अन्य सहयोगी विभागों के साथ जिलाधिकारी दौरा करें।

सीएम ने कहा कि जिलाधिकारी थोड़ी भी दिलचस्पी ले लें, तो काम आसान हो जाएगा। ये काम जनवरी फरवरी से ही शुरू होने चाहिए थे, लेकिन यदि अप्रैल में भी शुरू हुआ तो 30 जून तक सारे काम हो जाने चाहिए।

सीएम ने कहा कि सिंचाई एवं जल संसाधन, गृह, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सिंचाई एवं जल संसाधन, खाद्य एवं रसद, राजस्व एवं राहत कृषि, राज्य आपदा प्रबन्धन, रिमोट सेन्सिंग प्राधिकरण के बीच बेहतर तालमेल हो। भारतीय मौसम विभाग, केन्द्रीय जल आयोग, केन्द्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण से लगातार संवाद और संपर्क बनाए रखें। यहां से मिली रिपोर्ट समय से फील्ड में तैनात अधिकारियों को दिया जाए। भारत सरकार की एजेंसियों की मदद से आकाशीय बिजली के सटीक पूर्वानुमान की बेहतर प्रणाली के विकास के लिए प्रयास किया जाना चाहिए। वही, बाढ़ की वजह से यूपी के 24 जिलें बेहद संवेदनशील हैं।

उन्होंने कहा कि मानसून की पहली बारिश प्रदेश के कई जनपदों में हुई है। मुझे उम्मीद है कि संभावित परिस्थितियों को देखते हुए अधिकारियों ने उससे निपटने हेतु आवश्यक तैयारी भी कर ली होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूरी क्षमता के साथ बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम में जुटे रहें।

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