(उमेश सिंह चंदौली)
एक तरफ जहां देश कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी से परेशान चल रहा है और कोविड-19 से लोगों के मुक्ति दिलाने के लिए प्रधानमंत्री के द्वारा पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया है लेकिन हौसला बुलंद बदमाशों के ऊपर ना ही कोविड-19 का भय है और ना ही लॉकडाउन का। अपराधी बेखौफ होकर बड़े से बड़े घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो जा रहे हैं। हैरत की बात यह है की लाख डाउन होने के कारण जनपद के विभिन्न चट्टी चौराहे पर पुलिस बल तैनात है और वे आने जाने वाले व्यक्तियों पर पैनी निगाह भी जमाई भी है, लेकिन इसके बाद भी अपराधियों के द्वारा वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाना से पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नवाचक चिन्ह भी खड़ी होती नजर आ रही है।
बता दें कि, ताजा मामला यूपी के जनपद चंदौली के बलुआ क्षेत्र के महड़ौरा गांव का है, जहां ग्राम प्रधान महेंद्र यादव गांव के चौराहे पर खड़े होकर ग्रामीणों से कुछ वार्ता कर रहे थे तभी पूर्व से घात लगाये कुछ नकाबपोश बाइक सवार बदमाशों ने ग्राम प्रधान पर फायरिंग करनी शुरू कर दी जिससे कि ग्राम प्रधान मनोज यादव लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गये और पूरे गांव में दहशत की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसी बीच हौसला बुलंद नकाबपोश बदमाशों ने बाइक से फरार हो गए फरार हो गये। मामले की जानकारी जैसे ही पुलिस को हुई वैसे आनन-फानन में मौके पर पहुंचकर घायल प्रधान को उपचार हेतु हॉस्पिटल भिजवाया जहां चिकित्सकों ने स्थिति को नाजुक देखते हुए वाराणसी रेफर कर दिया। जहा इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में उनकी मौत हो गयी। घटना की जानकारी जैसे ही जनपद के आला अधिकारियों को भी वैसे एडिशनल एसपी काफी संख्या में पुलिस बल लेकर गांव में पहुंच गए जहां ऐतिहास के तौर पर पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है । फिलहाल पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए जनपद के विभिन्न स्थानों पर आने वाहनों की चेकिंग चलाकर बदमाशों को पकड़ने की प्रयास कर रही है।