PM Yoga Awards 2025: प्रधानमंत्री योग पुरस्कार 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार का उद्देश्य उन व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित करना है जिन्होंने योग के प्रचार और प्रसार में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आयुष मंत्रालय ने 17 फरवरी 2025 से नामांकन स्वीकार करना शुरू किया है और पुरस्कार 25 लाख रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किए जाएंगे।
क्या हैं प्रधानमंत्री योग पुरस्कार 2025
प्रधानमंत्री योग पुरस्कार 2025 के तहत पुरस्कार चार श्रेणियों में दिए जाएंगे।
1. राष्ट्रीय व्यक्तिगत श्रेणी
2. राष्ट्रीय संगठन श्रेणी
3. अंतर्राष्ट्रीय व्यक्तिगत श्रेणी
4. अंतर्राष्ट्रीय संगठन श्रेणी
हर श्रेणी के विजेता को एक ट्रॉफी, प्रमाणपत्र और 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा। यह पुरस्कार योग के प्रचार में किए गए उत्कृष्ट और निरंतर योगदान को सम्मानित करने के लिए दिए जाते हैं। इसके साथ ही, यह पुरस्कार योग की भूमिका को समाज में बढ़ावा देने और स्वास्थ्य में सुधार के लिए किए गए प्रयासों को भी प्रोत्साहित करेगा।
आवेदन करने के लिए आवश्यक शर्तें
आवेदन करने वाले व्यक्ति की आयु 40 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
उन्हें योग के प्रचार-प्रसार में कम से कम 20 वर्षों का अनुभव होना चाहिए।
आवेदन MyGov प्लेटफॉर्म (https://innovateindia.mygov.in/pm-yoga-awards-2025/) के माध्यम से 31 मार्च 2025 तक किया जा सकता है।
यह लिंक आयुष मंत्रालय की वेबसाइट और इसके स्वायत्त निकायों पर भी उपलब्ध होगा।
नामांकन प्रक्रिया
संस्थाएं स्वयं आवेदन कर सकती हैं या किसी प्रमुख योग संगठन द्वारा नामांकित की जा सकती हैं। हर आवेदक प्रति वर्ष केवल एक श्रेणी (राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय) में आवेदन कर सकता है।
निर्णायक मंडल और चयन प्रक्रिया
आयुष मंत्रालय द्वारा गठित स्क्रीनिंग कमेटी सभी आवेदन पत्रों की समीक्षा करेगी और प्रत्येक श्रेणी में 50 नामों की सिफारिश करेगी। यह सिफारिशें एक निर्णायक मंडल के पास जाएंगी, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल होंगी। यह मंडल अंतिम निर्णय लेगा।
योग के महत्व को बढ़ावा देना
प्रधानमंत्री योग पुरस्कार का उद्देश्य योग के गहन प्रभाव को सम्मानित करना और स्वास्थ्य संवर्धन और जीवनशैली से संबंधित विकारों के प्रबंधन में योग की भूमिका को सुदृढ़ करना है। यह पुरस्कार योग के प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों की मेहनत और समर्पण को मान्यता देता है।
आयुष मंत्रालय का यह कदम योग को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए है, ताकि यह समाज पर सकारात्मक प्रभाव डाल सके और लोगों को स्वस्थ जीवनशैली की ओर मार्गदर्शन दे सके।