प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर की अपनी यात्रा पर, भारत और कतर के बीच दोस्ती को बढ़ावा देने और संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए अपने समकक्ष शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के साथ एक “अद्भुत बैठक” की।
नेताओं ने व्यापार, निवेश, ऊर्जा, वित्त और प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
सकारात्मक चर्चाएँ
प्रधान मंत्री मोदी ने शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के साथ सकारात्मक चर्चा पर प्रकाश डालते हुए सोशल मीडिया पर “अद्भुत बैठक” का विवरण साझा किया।
वार्ता भारत-कतर मित्रता को बढ़ाने और प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग के रास्ते तलाशने पर केंद्रित थी।
PM @narendramodi met PM @MBA_AlThani_ of Qatar. They exchanged views on expanding bilateral cooperation in sectors such as trade, investment, energy, finance and technology. pic.twitter.com/kkxZkVgsa0
— PMO India (@PMOIndia) February 15, 2024
द्विपक्षीय सहयोग
नेताओं ने विशेषकर व्यापार, निवेश, ऊर्जा, वित्त और प्रौद्योगिकी में द्विपक्षीय सहयोग के अवसर तलाशे।
चर्चा में दोनों देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने की साझा प्रतिबद्धता प्रतिबिंबित हुई।
क्षेत्रीय विकास
पीएम मोदी और शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने पश्चिम एशिया में हालिया क्षेत्रीय विकास को भी संबोधित किया।
दोनों नेताओं ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में उनके कतरी समकक्ष द्वारा रात्रिभोज का आयोजन किया गया, जिससे राजनयिक संबंधों को और बढ़ावा मिला।
गर्मजोशी से स्वागत और बातचीत
कतर में भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया और लोगों ने “मोदी-मोदी” और “भारत माता की जय” के नारों के जरिए अपना उत्साह व्यक्त किया।
दोहा में उनके होटल के बाहर भारतीय समुदाय ने उनकी यात्रा के प्रति अपनी सराहना दर्शाते हुए उपहार और भारतीय तिरंगा भेंट किया।
कूटनीतिक विजय
यह यात्रा भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत है, क्योंकि भारतीय नौसेना के आठ दिग्गजों, जिन्हें जासूसी के आरोप में कतर में मौत की सजा सुनाई गई थी, को सप्ताह के शुरू में रिहा कर दिया गया था।
आठ में से सात दिग्गज भारत लौट आए हैं और नई दिल्ली के राजनयिक हस्तक्षेप ने मृत्युदंड को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रधानमंत्री मोदी की कतर यात्रा राजनयिक संबंधों को मजबूत करने, आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय चुनौतियों का समाधान करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। चर्चा के सकारात्मक परिणाम भारत और कतर के बीच संबंधों को गहरा करने के चल रहे प्रयासों में योगदान करते हैं।