प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की अजमेर दरगाह पर चादर चढ़ाने की परंपरा निभाएंगे। यह चादर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी दरगाह पर पेश करेंगे। पीएम मोदी शाम 6 बजे चादर सौंपेंगे, जो उनकी ओर से 11वीं बार अजमेर दरगाह पर चढ़ाई जाएगी।
ख्वाजा गरीब नवाज का 813वां उर्स
28 दिसंबर से ख्वाजा साहब का 813वां उर्स मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी हर साल इस पवित्र उर्स पर चादर भेजते हैं। पिछले वर्ष 812वें उर्स के दौरान तत्कालीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने यह चादर दरगाह पर पेश की थी।
भक्ति और सम्मान का प्रतीक
अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाई जाने वाली चादर भक्ति और सम्मान का प्रतीक मानी जाती है। उर्स के दौरान इस चादर को चढ़ाना आशीर्वाद प्राप्त करने और मन्नतें पूरी करने का एक महत्वपूर्ण साधन है।
अजमेर दरगाह पर मंदिर का विवाद
अजमेर दरगाह को लेकर विवाद भी जारी है। हिंदू राष्ट्र सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दावा किया है कि दरगाह स्थल पर मंदिर था, और इसे लेकर कोर्ट में सुनवाई 24 जनवरी को होगी। गुप्ता ने पीएम मोदी से इस बार चादर नहीं भेजने की अपील भी की थी।