प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को UAE दो दिन के दौरे पर पहुँचे हैं जहाँ पहले दिन उन्होंने 10 समझौते किए और फिर वहाँ पर रह रहे भारतीयों को संबोधन भी किया जिसमें उन्होंने वहां के राष्ट्रपति के साथ हुए एक रोचक बादचीत को लोगों के सामने रखा। उनके इस बताए गए घटना को सुनकर वहां पर मौजूद सभी लोगों ने तालियां बजाकर सरकार द्वारा किए गए सराहनीय काम की प्रशंसा की। वहीं आज यानी 14 फरवरी 2024 की शाम को अबु धाबी में 27 एकड़ में फैले पहले हिंदू मंदिर का उद्धाटन करेंगे।
सुबह से मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम शुरू हो गया है। आपको बता दें कि इस मंदिर को बोचासनवासी, श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था यानी BAPS ने निर्मित कराया है। इसकी लागत 700 करोड़ रुपए आई है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को दुबई पहुंच चुके थे। जहां वे सबसे पहले राष्ट्रपति जायद अल नाहयान से मिले और इस दौरान दोनों के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई। फिर वहां रह रहे भारतियों को संबोधित किया। बता दें कि इस आयोजन में 65 हजार भारतीय उपस्थित थे। ऐसे में मोदी ने उन्हें इस मंदिर के जमीन के लिए UAE के राष्ट्रपति से हुए बातचीत को भी साझा किया।
विदेश मंत्रालय के सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि, 13 फरवरी को PM मोदी और राष्ट्रपति जायद अल नाहयान के बीच एक द्विपक्षीय चर्चा हुई। जिसमें 10 समझौतों पर साइन किए गए। उन्होंने आगे कहा कि- इस चर्चा में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर विकास के सभी पहलुओं को सम्मिलित किया गया है।
आपको बता दें कि इस मंदिर को अरब के कारीगरों और श्रमिकों के साथ-साथ जयपुर के मोहम्मद अजमल भी सजा रहे हैं और वे इस मंदिर के प्राणगण को अगले चार साल तक अपने हुनर और कौशल से सजाने का काम करते रहेंगे। ये इससे पहले लक्ष्मी निवास मित्तल के, लंदन स्थित घर का भी डेकोरेशन कर चुके हैं। वहीं उन्होंने मक्का में हरम शरीफ में पत्थर पर कुरआन भी उकेरने का काम भी किया है।
साल 2019 में इस मंदिर के लिए 13.5 एकड़ जमीन और मिली। 2015 में कतर के मीडिया हाउस अल जजीरा में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार इस मंदिर के लिए एक मुस्लिम बिजनेसमैन ने भी 5 एकड़ जमीन दान दिया था।