बिहार में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी सस्पेंस खत्म हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास के संकल्प को सिद्ध करेंगे। उन्होंने बिहार की जनता का धन्यवाद करते हुए कहा कि आपने फिर सिद्ध किया है कि वाकई बिहारवासी पारखी भी हैं और जागरूक भी हैं।
बता दें कि जब पीएम मोदी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व पर मुहर लगाई, उससे थोड़ी देर पहले ही नीतीश कुमार ने बिहार चुनाव नतीजों को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। ये प्रतिक्रिया नीतीश कुमार ने ट्वीट के जरिए दी।
अपने ट्वीट में उन्होंने कहा, “जनता मालिक है। उन्होंने एनडीए को जो बहुमत प्रदान किया, उसके लिए जनता-जनार्दन को नमन है। मैं पीएम नरेंद्र मोदी जी को उनसे मिल रहे सहयोग के लिए धन्यवाद करता हूं।”
जनता मालिक है। उन्होंने NDA को जो बहुमत प्रदान किया, उसके लिए जनता-जनार्दन को नमन है। मैं पीएम श्री @narendramodi जी को उनसे मिल रहे सहयोग के लिए धन्यवाद करता हूँ।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 11, 2020
चुनाव से पहले बीजेपी की तरफ से ये साफ कर दिया था कि चुनाव नतीजें कुछ भी हों, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे। गृह मंत्री अमित शाह ने तो यहां तक कह दिया था कि चाहे बीजेपी की सीटें अधिक आएं लेकिन नीतीश ही सीएम होंगे।
इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने एक ट्वीट और किया जिसमें उन्होंने धनतेरस के अवसर पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं।
धनतेरस के अवसर पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं। #धनतेरस https://t.co/2JPORttg7i
— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 12, 2020
लेकिन जब बिहार चुनाव के नतीजे आए तो मुख्यमंत्री पद को लेकर कई तरह की बातें होने लगीं। बिहार एससी मोर्चा के अध्यक्ष अजित चौधरी ने कहा था कि पार्टी के कार्यकर्ताओं के मन में ये भावना है कि बिहार का सीएम बीजेपी का हो।
वहीं गिरिराज सिंह ने आज एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कह दिया कि आज नहीं तो कल, बिहार में बीजेपी को सीएम होगा। कुल मिलाकर किसी के मन में कोई सवाल न रह जाए, पीएम मोदी ने अपने बयान से ये संदेश दे दिया कि मुख्यमंत्री का पद नीतीश कुमार ही संभालेंगे।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर में विपक्ष की कड़ी चुनौती का मुकाबला करते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 243 सीटों में से 125 सीटों पर जीत का परचम लहरा कर बहुमत का जादुई आंकड़ा हासिल कर लिया जबकि महागठबंधन के खाते में 110 सीटें आईं।
बीजेपी की 74 और जेडीयू की 43 सीटों के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन साझीदारों में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को चार और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को चार सीटें मिलीं। वहीं, विपक्षी महागठबंधन में आरजेडी को 75, कांग्रेस को 19, सीपीआई एमएल को 12 और सीपीआई और सीपीएम को दो-दो सीटों पर जीत मिली।