रिपोर्ट : मोहम्मद आबिद
लखनऊ : कोरोना काल में बंद हुए सभी संस्थान अब धीरे धीरे खुल रहे हैं, जिसे लेकर अब शिक्षण संस्थानों को भी खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अपने इसी कदम के तहत यूपी सरकार ने स्कूलों को खोलने से पहले कोरोना महामारी को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिए है। आपको बता दें कि योगी सरकार ने माध्यमिक शिक्षा विभाग को लेकर उत्तर प्रदेश के समस्त बोर्डों (कक्षा- 9, 10, 11, 12) के विद्यालयों को आगामी 9 फरवरी से पूर्ण रूप से संचालित किए जाने के निर्णय पर मुहर लगा दी है।
उत्तर प्रदेश के शिक्षण संस्थानों को खोलने के लिए काफी विचार विमर्श किया है और जिसके बाद स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है। बतादें की उत्त प्रदेश के डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने कहा की बोर्ड परीक्षाएं और सत्र को नियमित रूप से चालू करने के लिए माध्यमिक शिक्षा की कक्षाएं आगामी 9 फरवरी से पूर्ण रूप से चालू की जाएंगी।
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का कहना है की कोविड-19 के मद्देनजर विद्यालयों में अध्ययन एवं अध्यापन का कार्य भौतिक रूप से बाधित रहा है, डिप्टी सीएम ने कहा कि कक्षाएं कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए संचालित की जाएंगी।
बता दें इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग ने सूबे में कक्षा छह से आठ तक के स्कूलों को 10 फरवरी से खोलने का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा कक्षा एक से पांच तक के स्कूल 1 मार्च से खुलेंगे। कुछ दिन पहले सीएम ने केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार स्कूलों में कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई फिर शुरू कराने पर विचार करने को कहा था।
देश में लगे लॉकडाउन के बाद पिछले साल अप्रैल से बंद चल रहे है। स्कूलों के परिसर एक बार फिर से बच्चों की हंसी, खेलकूद एवं पठन-पाठन की रौनक दिखाई देगी। खासकर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में एक मार्च से कक्षाओं का संचालन शुरू हो जाएगा। स्कूल व डिग्री कॉलेज के शैक्षिक सत्र को पटरी पर लाने के लिए मुख्यमंत्री ने नियमित रूप से शिक्षण संस्थाएं खोलने के निर्देश दिए हैं। वहीं, पिछले 11 महीने से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे छात्र अब कक्षा में छात्र और टीचर रूबारू हो सकेंगे।