देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. जनपद सहारनपुर के गंगोह ब्लॉक के गांव मैनपुरा की महिला पिंकी वास्तव में भारत की एक सशक्त नारी हैं. पिंकी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाती हैं, और अपना खुद का रोजगार खड़ा कर अपने बेटे और बेटी का पालन पोषण कर रही हैं. पिंकी मूल रूप से नकुड ब्लॉक के गांव फेरू माजरा की निवासी हैं. पिंकी के अनुसार उसका पति शराब पीने का आदी है और इस वजह से रोज घर में झगड़े होते थे. जिसके बाद से 7 साल पहले पिंकी अपने बेटे और बेटी को लेकर कस्बा नकुड में किराये के मकान में रहने लगी थी. पिंकी ने परेशान होने के बावजूद हिम्मत नही हारी और ना ही किसी के सामने हाथ फैलाये. पिंकी ने मेहनत मजदूरी कर पैसे इकट्ठे कर रेहडी बनाकर ग्रामीण क्षेत्रो में कॉस्मेटिक और अन्य घरेलू सामान बेचना शुरू किया. बता दें कि 7 साल से पिंकी अपने इस रोजगार की बदौलत अपने बेटे और बेटी का पालन पोषण कर रही है. पिंकी हर रोज 15 किलोमीटर अपनी रेहडी पर क्षेत्र के गांवों में कॉस्मेटिक और घरेलू सामान बेचती हैं. पिंकी के बेटे अभिषेक ने इस साल 10वीं की परीक्षा पास की है, बेटी संजना का इस साल दाखिला होगा. सरकार ने भी पिंकी कि अभी तक किसी प्रकार की कोई मदद नहीं की है. जिसका दर्द उनके चेहरे पर साफ झलका. पिंकी ऐसे लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं जो विषम परिस्थितियों से हार कर मेहनत करना छोड़ देते हैं।वास्तव में पिंकी जैसी महिलाओं को सरकार की मदद की बहुत आवश्यकता है.