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दिवाली से पहली ही PhonePe ने दिया यूजर्स को तगड़ा झटका! UPI पेमेंट करने पर कट जाएंगे आपके अकाउंट से इतने रुपये, जानिए क्यों

PhonePe gave a big blow to the users from the very first Diwali!; ऑनलाइन पेमेंट एप PhonePe ने एक सूचना जारी की है। इस सूचना के अंतर्गत फोन पे जल्द ही यूपीआई वाले ट्रान्जैक्शन्स (UPI-based Transactions) पर प्रोसेसिंग फी (Processing Fee) लगाने जा रहा है।

By: Amit ranjan 
Updated:
दिवाली से पहली ही PhonePe ने दिया यूजर्स को तगड़ा झटका! UPI पेमेंट करने पर कट जाएंगे आपके अकाउंट से इतने रुपये, जानिए क्यों

नई दिल्ली : दिवाली आने में महज कुछ दिन शेष है, उससे पहले ही ऑनलाइन पेमेंट एप PhonePe ने एक सूचना जारी की है। इस सूचना के अंतर्गत फोन पे जल्द ही यूपीआई वाले ट्रान्जैक्शन्स (UPI-based Transactions) पर प्रोसेसिंग फी (Processing Fee) लगाने जा रहा है और स्मॉल-स्केल पर इस फीचर की टेस्टिंग भी शुरू हो गई है। जानिए कब से होगा लागू

यूपीआई-बेस्ड ट्रान्जैक्शन्स पर देनी होगी फी

आपको बता दें कि PhonePe देश की पहली ऐसी कंपनी है जिसने अपने यूजर्स से यूपीआई-बेस्ड ट्रान्जैक्शन्स पर प्रोसेसिंग फीस लेने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि बाकी कंपनियां फिलहाल इस सर्विस के लिए यूजर्स से कोई एक्स्ट्रा फीस चार्ज नहीं करती हैं।

स्मॉल-स्केल पर इस फैसले की हो रही है टेस्टिंग

बता दें कि इस डिजिटल पेमेंट एप ने अपने इस फैसले को स्मॉल-स्केल पर टेस्ट करना भी शुरू कर दिया है। जो भी यूजर इस एप से 50 और 100 रुपये के बीच का मोबाइल रिचार्ज करेगा, उसे एक रुपये की प्रोसेसिंग फी देनी होगी और 100 रुपये से ज्यादा वाले मोबाइल रिचार्ज पर दो रुपये प्रोसेसिंग फी ली जाएगी।

क्रेडिट कार्ड से होने वाले पेमेंट्स पर भी लगेगा चार्ज

PhonePe ने यह भी कहा है कि जो यूजर्स एप के जरिए क्रेडिट कार्ड्स से पेमेंट करते हैं उन्हें भी एक प्रोसेसिंग फी देनी होगी जैसे बाकी पेमेंट एप्स करती हैं। इस एप के अलावा भी कई सारी बिलिंग वेबसाइट्स और पेमेंट प्लेटफॉर्म्स बिल पेमेंट को प्रोसेस करने के लिए एक फी चार्ज करते हैं जिन्हें कई जगहों पर कन्वीनिएन्स फी भी कहा जाता है।

क्या है इस फैसले के पीछे का कारण

अगर आप सोच रहे हैं कि यह कदम क्यों उठाया जा रहा है तो हम आपको बता दें कि नैशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने हाल ही में यूपीआई के मार्केट शेयर पर एक कैप लगा दी है जिसके बाद किसी भी एप का मार्केट शेयर 30% से ज्यादा नहीं होगा। बर्न्सटीन की एक रिपोर्ट के मुताबिक को NPCI के इस फैसले का पालन करने के लिए अपने कस्टमर्स के इन्सेनिटिव्स को कम करना होगा।

कब से लगेंगे ये ट्रांजैक्शन

आपको बता दें कि इस टेस्टिंग फीचर को PhonePe कब तक चलाएगा और कब से ये ट्रान्जैक्शन फी लेगा, अभी तक इसकी कोई एक निर्धारित डेट सामने नहीं आई है।

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