मध्य प्रदेश की खेल अकादमियों में पैरा खिलाड़ियों को अब मिलेगा विशेष प्रशिक्षण। प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने इस महत्वपूर्ण घोषणा को कपिल परमार के पैरालिंपिक-2024 में कांस्य पदक जीतकर भोपाल लौटने के अवसर पर किया। कपिल परमार, जिन्होंने पैरालंपिक जूडो में भारत के लिए पहला पदक जीता, का भोपाल में तात्या टोपे स्टेडियम में भव्य स्वागत किया गया।
पैरा खिलाड़ियों के लिए विशेष सुविधाएं
मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि प्रदेश की सभी खेल अकादमियों में पैरा खिलाड़ियों के लिए अलग से प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, पैरा खिलाड़ियों के लिए विशेष बजट और नौकरी के अवसर का भी प्रावधान किया जाएगा, ताकि वे अपनी खेल यात्रा में अधिक सफलता प्राप्त कर सकें।
कपिल परमार: मप्र के जूडो खिलाड़ी की उपलब्धि
कपिल परमार, मध्य प्रदेश खेल अकादमी के प्रशिक्षित खिलाड़ी हैं और पैरालंपिक जूडो में पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं। उन्होंने पेरिस में आयोजित पैरालिंपिक 2024 में पुरुषों की जे1-60 किग्रा श्रेणी में कांस्य पदक जीता, जिसमें उन्होंने ब्राजील के एलिल्टन डी ओलीवेरिया को हराकर यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।
हादसे के बाद खेल में वापसी
कपिल परमार मूल रूप से सीहोर के निवासी हैं। वर्ष 2009-10 में करंट लगने के कारण उन्होंने अपनी आंखों की रोशनी खो दी थी, लेकिन इस विपरीत परिस्थिति के बावजूद उन्होंने जूडो में अपने करियर की शुरुआत की। कपिल 80 प्रतिशत ब्लाइंड हैं और अब तक 17 अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, जिनमें 08 स्वर्ण पदक सहित कुल 13 अंतरराष्ट्रीय पदक शामिल हैं।