रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर बांग्लादेश गये हैं। कोरोना महामारी के बाद पहली बार पीएम मोदी किसी दूसरे देश की यात्रा पर गये हैं। दौरे के दूसरे दिन शनिवार को बांग्लादेश के खुलना जिला के ईश्वरपुर गांव के जशोरेश्वरी काली मंदिर जाएंगे। पीएम मोदी ने यात्रा से पहले कहा, मैं पौराणिक परंपरा की 51 शक्तिपीठों में से एक प्राचीन जशोरेश्वरी काली मंदिर में देवी काली की पूजा करने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।
ঢাকা পৌঁছলাম। বিমানবন্দরে বিশেষ অভ্যর্থনা জানানোর জন্য প্রধানমন্ত্রী শেখ হাসিনাকে ধন্যবাদ। এই সফর আমাদের দ্বিপক্ষীয় সম্পর্ক আরও দৃঢ় করার ক্ষেত্রে অবদান রাখবে। pic.twitter.com/TVOZad1KFE
— Narendra Modi (@narendramodi) March 26, 2021
आइये जानते हैं, कि क्या है इस मंदिर की मान्याता…
जशोरेश्वरी काली मंदिर बांग्लादेश की तीसरी सबसे प्रमुख शक्तिपीठों में से एक मानी जाती है। इस मंदिर में मां काली विराजमान हैं। काली पूजा के दिन इस मंदिर में बड़े उत्सव का आयोजन किया जाता है। कहा जाता है कि कभी इस मंदिर के 100 दरवाजे थे। आपको बता दें कि जेशोरेश्वरी का अर्थ है जेशोर की देवी होता है। मां काली का यह मंदिर भारतीय उपमहाद्वीप में विराजमान शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, इसलिए इसे हिंदू समुदाय में एक पवित्र स्थल माना जाता है।
मां काली मंदिर के कार्यवाहक ज्योति चट्टोपाध्याय ने कहा कि वो भारतीय प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, हम इस बात से अभिभूत हैं कि भारतीय प्रधानमंत्री हमारे मंदिर में आ रहे हैं। मुझे जानकारी दी गई कि मोदी यहां केवल पूजा अर्चना करने आ रहे हैं।
पीएम मोदी के स्वागत में मां काली मंदिर को सजाया गया है। आपको बता दें कि जो मंदिर जीर्ण-क्षीर्ण पड़ी थी। अब वह केसरिया रंग में दूर से ही लोगो के आकर्षण के केंद्र बना हुआ है।