केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को घोषणा की कि अब केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की भर्ती परीक्षा युवाओं को उनकी मातृभाषा में देने की सुविधा मिलेगी। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत लिया गया है, जिससे तमिल सहित संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं में परीक्षा देने की अनुमति होगी।
CISF के 56वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान, जो अरक्कोनम, रानीपेट (तमिलनाडु) में आयोजित हुआ, अमित शाह ने यह महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने CISF की पत्रिका ‘सेंटिनल’ जारी की और परेड की समीक्षा भी की। इस अवसर पर उन्होंने कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
अमित शाह ने कहा कि अब तक CAPF भर्ती परीक्षाओं में मातृभाषा को स्थान नहीं दिया गया था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के फैसले के तहत अब तमिल सहित सभी आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं में परीक्षा देने की सुविधा मिलेगी। इससे युवाओं को अपनी भाषा में परीक्षा देने का अवसर मिलेगा और भर्ती प्रक्रिया अधिक समावेशी बनेगी।
उन्होंने तमिलनाडु सरकार से आग्रह किया कि मेडिकल और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों को भी तमिल भाषा में शुरू किया जाए। इससे न केवल मातृभाषा को बढ़ावा मिलेगा बल्कि तमिल में पढ़ने वाले छात्रों को भी समान अवसर मिलेंगे।
CISF की महत्वपूर्ण भूमिका पर अमित शाह का जोर
गृह मंत्री ने CISF के 56 वर्षों के योगदान को सराहा और कहा कि बिना CISF के भारत के उद्योग, व्यापार, पर्यटन और अनुसंधान केंद्रों की सुरक्षा की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2027 तक भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने और 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनाने का संकल्प लिया है। इस लक्ष्य को पूरा करने में CISF की भूमिका बेहद अहम होगी।
CISF के जवानों को श्रद्धांजलि और सम्मान
इस दौरान गृह मंत्री ने CISF के 127 शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और 22 जवानों को सम्मानित किया।
10 जवानों को राष्ट्रपति पुलिस पदक दिया गया।
10 अन्य जवानों को वीरता पदक से सम्मानित किया गया।
CISF कर्मियों के कल्याण के लिए 88 करोड़ रुपये की लागत से 6 नई परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।
CISF की सुरक्षा और भर्ती से जुड़े अहम बिंदु
CISF हर दिन देशभर में 1 करोड़ से अधिक लोगों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करता है।
CISF की निगरानी के बाद हवाई अड्डों पर कोई बड़ी सुरक्षा चूक नहीं हुई है।
नए संसद भवन, दिल्ली मेट्रो, समुद्री बंदरगाहों और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा CISF के हाथों में है।
हर साल 1 लाख से अधिक युवाओं की CAPF में भर्ती हो रही है।
2024 में अब तक 14,000 पदों पर भर्ती हो चुकी है और 50,000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है।
युवाओं के लिए बड़ा अवसर
इस फैसले से देशभर के युवा अब अपनी मातृभाषा में CAPF की परीक्षा देकर भर्ती हो सकेंगे। यह निर्णय भाषाई विविधता को प्रोत्साहन देने और सभी क्षेत्रों के युवाओं को समान अवसर प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
अब हिंदी, तमिल, बंगाली, मराठी, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, तेलुगु सहित आठवीं अनुसूची की सभी भाषाओं में CAPF की परीक्षा देना संभव होगा। इससे न केवल भर्ती प्रक्रिया आसान होगी बल्कि देश के युवाओं को बेहतर अवसर भी मिलेंगे।