नई दिल्ली : देश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अब सरकार का कहना है कि समय आ गया है कि अब हम घर पर रहते हुए भी मास्क लगाएं। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि यह समय किसी को भी घर पर आमंत्रण देने का नहीं है बल्कि घर पर रहने और घर पर भी मास्क लगाकर रहने का है। वहीं कोरोना के शुरुआती लक्षण देखे जाने पर लोगों से घर पर ही आइसोलेट होने के लिए कहा है।
डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि शुरुआती लक्षण दिखने पर खुद को तत्काल आइसोलेट करें। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने तक का इंतजार ना करें। उन्होंने कहा कि ऐसे में आरटी-पीसीआर टेस्ट निगेटिव आने की संभावना है, लेकिन फिर भी लक्षण को देखते हुए खुद को संक्रमित मानें और सभी गाइडलाइन को फॉलो करें।
इसके अलावा स्वास्थ्य संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मास्क नहीं लगाने पर बढ़ने वाले खतरे की बात की। उन्होंने कहा कि अगर दो लोग मास्क नहीं पहनते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते हैं तो इससे कोरोना संक्रमण का खतरा 90 फीसदी तक बढ़ सकता है। वहीं अगर व्यक्ति मास्क लगाता है और गाइडलाइन का पालन करता है तो खतरा 30 फीसदी तक कम हो सकता है।
उन्होंने कहा कि अगर गाइडलाइन का पालन नहीं किया जाता है तो एक संक्रमित मरीज 30 दिनों में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है। ऐसे में अगर कोरोना संबंधित गाइडलाइन का पालन किया जाता है तो यह खतरा तीस प्रतिशत तक कम हो सकता है।
अगर हम देश में बीते 24 घंटे में कोरोना केस की बात करें तो, देश में कोरोना के साढ़े तीन लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं। जबकि 2812 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इन सबके बीच 24 घंटे में 2 लाख 19 हजार से ज्यादा मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए। देश में फिलहाल 28 लाख 13 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं।
वहीं इस महामारी को रोकने के लिए शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान के अंतर्गत अब तक 14 करोड़ 19 लाख से ज्यादा लोग टीका लगा चुके हैं। इन सबके बीच हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे। बीते रोज महाराष्ट्र में 24 घंटे में 66 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए थे। जबकि एक दिन में 832 लोगों की जान चली गई।