देशभर की नजरें आज (मंगलवार) पटियाला हाउस कोर्ट पर टिकी हुई थी, क्योंकि 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप के दोषियों को लेकर पटियाला हाउस में सुनवाई चल रही थी। आज निर्भया की मां और उसके परिवार वालों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि एक लंबे समय की लड़ाई के बाद इन चारों दोषियों पर कोर्ट ने एक राहत भरा फैसला सुनाया है।
पटियाला हाउस कोर्ट ने आज (मंगलवार) को चारों दोषियों का डेथ वॉरंट जारी कर दिया है और इन चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी होगी। इससे पहले निर्भया की मां और दोषी मुकेश की मां के बीच तीखी बहस हुई। एक तरफ जहां एक लंबे समय से लड़ाई लड़ रही निर्भया की मां ने दोषियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की तो वहीं दूसरी तरफ दोषी मुकेश की मां ने रोते हुए कहा कि, ‘मैं भी मां हूं, जज साहब दया करो हम पर ‘मेरे लाल का क्या होगा, मेरी चिंताओं को देखा जाना चाहिए, मुकेश की मां की इस बात पर निर्भया की मां ने रोते हुए कहा कि मैं भी एक मां हूं, हम डेथ वारंट जारी करने के अदालत के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद जज ने दोनों को चुप रहने के लिए कहा।
सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के वकीलों में तीखी बहस हुई। दोनों वकील एक दूसरे पर मामले को लटकाने का आरोप लगा रहे थे। इस दौरान दोनों वकीलों के बीच में आकर जज को बच बचाव करना पड़ा, जज ने कहा कि, कोर्ट की व्यवस्था का ख्याल रखें, इस तरह माहौल को ना बिगड़े, इसके आगे जज ने दोनों से कहा कि क्या अब इस देरी को भी लेकर जांच की जाए?
बताते चलें कि, निर्भया केस से जुड़ा कोई भी केस दिल्ली की किसी भी अदालत में लंबित नहीं है। सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और पटियाला हाउस कोर्ट से पिछले 1 महीने में तकरीबन 3 याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं। एक दोषी की पुनर्विचार याचिका को सुप्रीम कोर्ट खारिज कर चुका है।