किसी भी इंसान को मधुमेह हो जाने पर शरीर को भोजन से एनर्जी बनाने में कठिनाई होती है। इस स्थिति में ग्लूकोज का बढ़ा हुआ स्तर शरीर के विभिन्न अंगों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है वही यह बीमारी आनुवांशिक बीमारी भी है।
अगर आपके परिवार में किसी को मधुमेह है तो इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि किसी और को भी यह बीमारी होगी।
जब किसी इंसान को मधुमेह हो जाता है तो उसके शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति नष्ट हो जाती है, खून की नलिकाएं और नसें प्रभावित होती है।
जिसके कारण हार्ट अटैक का ख़तरा 50 गुना ज्यादा बढ़ जाता है। व्यक्ति की आंखों को नुकसान होता है वही सबसे बड़ी दिक्क्त पैरों में होती है।
आज दुनिया में इस बात पर शोध हो रहा है कि क्या नीम के पत्ते वाकई मधुमेह को काबू कर सकते है ? जवाब है हां, कर सकते है।
इंडियन जनरल ऑफ फिजियोलॉजी एंड फारमाकोलोजी के अनुसार इस देश में नीम की पत्ती से लेकर उसकी छाल को औषधि के रूप में जो जाना जाता है वह गलत नहीं है।
नीम की पत्तियां ग्लाइकोसाइड्स और एंटी वायरल गुणों से भरपूर होती हैं। मधुमेह के रोगी या तो 10-12 नीम की पत्तियों के रस का सेवन करे या कच्ची नीम की पत्तियां रोज़ सुबह खाली पेट चबाये।
ऐसा करने पर चमत्कारिक तौर से रोगी के शुगर लेवल में सुधार आने लगता है। फिर भी इसके इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह-मशविरा कर लें।