नई दिल्ली : देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक बेटे ने अपनी मां की डांट पर खुदकुशी कर ली। खबरों के मुताबिक सोमवार शाम को एक मां ने अपने 12 साल के बेटे को पढ़ाई करने के लिए डांटा, तो बेटे ने गुस्से में आकर खुदकुशी कर ली। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि यह मामला महाराष्ट्र के वसई शहर में माणिकपुर पुलिस स्टेशन क्षेत्र के समर्थ रामदास नगर का है।
समर्थ रामदास नगर स्थित ईस्टव्हिव अपार्टमेंट निवासी शुभम शिव प्रसाद मंडल (12) अपने माता-पिता के साथ रहता था। वह पांचवीं क्लास में पढ़ता था और माता-पिता का इकलौता बेटा था। सोमवार शाम को मां ने उसे पढ़ाई करने के लिए डांटा, तो वह गुस्सा हो गया।
पंखे से गमछा बांधकर की आत्महत्या
शुभम ने कुछ देर बाद ही बेडरूम में लगे पंखे से गमछा बांधकर खुदकुशी कर ली। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। शुभम की मौत के बाद घर में मातम छा गया है। बता दें कि इससे पहले भी वसई में बच्चों की खुदकुशी से जुड़े कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें छोटे बच्चों ने मामूली बातों से नाराज होकर खुदकुशी कर ली थी।
ऐसी घटनाओं के बारे में क्लिनिकल सायकोलॉजिस्टि स्वप्निल भोपी का कहना है कि बच्चों के व्यवहार में आए बदलाव पर माता-पिता को हमेशा नजर रखनी चाहिए। अगर उनके व्यवहार में लंबे समय तक परिवर्तन दिखें, तो तुरंत सतर्क होना जरूरी है।
क्या होती है वजह?
कई कम उम्र के बच्चे मानसिक रूप से परेशान होने पर खुद को संभाल नहीं पाते हैं।
एग्जाम में फेल होने या पारिवारिक परेशानियों से उनके मन में खुदकुशी का खयाल आ सकता है।
उन्हें लगता है कि आत्महत्या करने से परेशानी हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।