मैनपुरी: धनराशि मिलने के दो माह बाद भी जब स्वास्थ्य विभाग वेंटिलेटर नहीं खरीद सका तो राज्यसभा सांसद ने ये धनराशि वापस मांग ली है। इस मामले में उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र भेजा है। उन्होंने निधि की धनराशि विकास कार्यों में लगाने की भी बात कही है।
उन्होंने इस बात का भी पत्र में जिक्र किया है कि कई बार मुख्य चिकित्साधिकारी से उन्होंने इसके लिए वार्ता की, लेकिन कभी कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। उन्होंने निधि की धनराशि को अन्य कार्यों में समायोजित करने की बात की है। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग को इस धनराशि से कोई फायदा होगा। कहीं न कहीं ये स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है। आखिर क्यों धनराशि मिलने के बाद भी वेंटीलेटर नहीं खरीदे गए। सांसद का पत्र मिलने के बाद प्रशासन ने धनराशि वापस करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।