मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज सागर जिले के दौरे पर रहेंगे, जहां वे रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव 2024 में हिस्सा लेंगे। इस आयोजन में सीएम उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा करेंगे और विभिन्न सेक्टोरल सत्रों में शामिल होंगे। दरअसल मध्य प्रदेश में औद्योगिक निवेश को अधिक बढ़ावा देने के उद्देश्य से पहले उज्जैन, जबलपुर, और ग्वालियर में सफल समिट्स आयोजित किए जा चुके हैं, और वहीं अब सागर क्षेत्र भी इस दिशा में अपना कदम बड़ा रहा है।
प्रमुख उद्योगपति और निवेशक होंगे शामिल
सागर के जवाहरलाल नेहरू पुलिस अकादमी ग्राउंड में आयोजित होने जा रहे प्रदेश के चौथे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में देश और विदेश के निवेशक एवं उद्योगपति शामिल होंगे। शुभारंभ सत्र में निवेशक राज्य में उद्योगों के भविष्य और संभावनाओं पर अपने विचार साझा करेंगे।
सेक्टोरल सत्रों में होंगे उद्योग और निवेश से जुड़े महत्वपूर्ण सत्र
इस कॉन्क्लेव में कई सेक्टोरल-सत्र आयोजित होंगे, जिनमें प्रमुखता से पेट्रोकेमिकल, प्लास्टिक, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण, एमएसएमई और स्टार्टअप्स, कुटीर उद्योग और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे सेक्टर्स पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, टेक्सटाइल और टेक्निकल टेक्सटाइल पर दो राउंड-टेबल सत्र, एक जिला-एक उत्पाद (ODOP) की कार्यशाला और हैकथॉन का आयोजन भी मुख्य आकर्षण होंगे।
स्थानीय कुटीर उद्योगों पर विशेष ध्यान
कॉन्क्लेव का मुख्य फोकस स्थानीय कुटीर उद्योग पर रहेगा, विशेष रूप से बीड़ी उद्योग पर आधारित सत्र में विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा की जाएगी। ODOP पहल के अंतर्गत सागर संभाग के सभी जिलों के उत्पादों की गुणवत्ता, विपणन और प्रसंस्करण पर गहन चर्चा होगी, जिससे स्थानीय उद्योगों को वैश्विक मंच पर पहुंचाया जा सके।
निवेश संभावनाओं पर विशेषज्ञ प्रेजेंटेशन
मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र कुमार सिंह द्वारा एक वीडियो फिल्म दिखाई जाएगी। प्रमुख सचिव खनन एवं खनिज साधन संजय शुक्ला माइनिंग सेक्टर पर और प्रमुख सचिव पर्यटन शिव शेखर शुक्ला पर्यटन क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर अपनी प्रेजेंटेशन देंगे। एमएसएमई और स्टार्टअप्स पर डॉ. नवनीत मोहन कोठारी द्वारा प्रेजेंटेशन दी जाएगी, जबकि हस्तशिल्प, हथकरघा विकास निगम और मध्य प्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मोहित बुंदस कुटीर और ग्रामोद्योग पर विचार रखेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रदर्शनियां
कॉन्क्लेव में “एक जिला-एक उत्पाद” और विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं की प्रदर्शनी और स्टॉल लगाए जाएंगे। साथ ही, बुंदेलखंडी संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जहां स्थानीय कलाकारों द्वारा बुंदेलखंडी नृत्य और संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। आगंतुकों का पारंपरिक तरीके से स्वागत होगा और वे स्थानीय व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे।