शिवराज सिंह चौहान की परंपरागत सीट रही है बुधनी, जहां उपचुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है। कार्तिकेय चौहान का बागियों को सख्त संदेश, बुधनी विधानसभा उपचुनाव के मद्देनज़र केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान ने प्रचार अभियान तेज़ कर दिया है।
हाल ही में भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने बागी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, “अगर गलती से कांग्रेस का प्रत्याशी जीत गया, तो गांव में एक भी ईंट नहीं लगेगी। उन्नीस-बीस हुआ तो नुकसान किसका होगा? हम क्यों अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारें?”
उन्होंने आगे कहा, “अपनी पोलिंग में गड़बड़ी कर हम क्यों अपनी इज्जत खराब करें? क्या हमें मुख्यमंत्री जी और केंद्रीय मंत्री से काम नहीं कराना है?”
दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर दिया जवाब
कार्तिकेय के बयान पर दिग्विजय सिंह ने पलटवार करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “अभी से इस प्रकार का भाषण मत दो। आप मेरे पुत्र नहीं, पौत्र समान हो। अपने पिता शिवराज सिंह चौहान से सीखो। लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों मिलकर भारत निर्माण में सहयोग करते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा, “पंचायत राज क़ानून के तहत गांवों के विकास की जिम्मेदारी सरपंच की होती है, विधायक की नहीं। मैंने 10 साल मुख्यमंत्री रहते कभी ऐसी भाषा का उपयोग नहीं किया, आपके पिता इसके गवाह हैं। जय सिया राम।”
बुधनी का चुनावी इतिहास और राजनीतिक समीकरण
बुधनी विधानसभा सीट पर शिवराज सिंह चौहान कई बार विधायक रह चुके हैं और पिछले चुनाव में उन्होंने 1 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की थी। इस बार के उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर है, जिसमें बागी नेताओं की भूमिका भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।